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<?xml version='1.0' encoding='UTF-8'?><?xml-stylesheet href="http://www.blogger.com/styles/atom.css" type="text/css"?><feed xmlns='http://www.w3.org/2005/Atom' xmlns:openSearch='http://a9.com/-/spec/opensearchrss/1.0/' xmlns:blogger='http://schemas.google.com/blogger/2008' xmlns:georss='http://www.georss.org/georss' xmlns:gd="http://schemas.google.com/g/2005" xmlns:thr='http://purl.org/syndication/thread/1.0'><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407</id><updated>2024-03-13T01:44:53.481-07:00</updated><category term="Advance Share Market In Hindi"/><category term="Basics Of Share Market In Hindi"/><category term="Professional Share Market"/><category term="Tips"/><category term="Biography"/><category term="Blog"/><category term="Make Money"/><category term="Today Share To Buy"/><title type='text'>शेयर मार्केट ट्रेडिंग हिंदी में सीखे आसान भाषा में A²Z - Akhand Trading</title><subtitle type='html'></subtitle><link rel='http://schemas.google.com/g/2005#feed' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/posts/default'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/'/><link rel='hub' href='http://pubsubhubbub.appspot.com/'/><link rel='next' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default?start-index=26&max-results=25'/><author><name>Athiest SEO</name><uri>http://www.blogger.com/profile/02358406351791295445</uri><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='32' height='32' src='//blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhiK21nNeCHAb9uaCks6AwbPXPE8sA0GuZNpWIkmciW3T01DykWSwm3taKcBEO56mBaDcspbRGL5OOY2zjm1i4Su43JF_7LpVTFbH0g-fLrXJGIhsBEAkfdbA_-6HzPGyg/s113/20221122_094530.jpg'/></author><generator version='7.00' uri='http://www.blogger.com'>Blogger</generator><openSearch:totalResults>79</openSearch:totalResults><openSearch:startIndex>1</openSearch:startIndex><openSearch:itemsPerPage>25</openSearch:itemsPerPage><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-4364456740835136104</id><published>2021-12-29T06:09:00.006-08:00</published><updated>2021-12-29T06:09:54.139-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'></title><content type='html'><p>Share बाजार&nbsp;में आने पर जैसे हम NIFTY के बारे में सभी से सुनते है , वैसे ही हमें&nbsp;Market Capitalization&nbsp;भी सुनने को मिलता है | इसको मार्किट कैप के नाम से भी लोग बुलाते है |&nbsp;what is market Capitalization in hindi&nbsp;समझने के लिए ये पोस्ट लिखी गयी है , अगर कुछ समझ न आये तो निचे कमेंट करके पूछ ले ।</p><div><div><div><article><div><div>
<p>जैसे निफ़्टी स्टॉक मार्किट का एक बड़ा जरुरी हिस्सा है वैसे ही मार्किट कैप एक कंपनी में किसी इन्वेस्टर को आकर्षित करता है | इस पोस्ट में हम जानेंगे की&nbsp;Market Cap&nbsp;इतना जरुरी क्यू है और इसका क्या मतलब है |</p>
<p>किसी भी कंपनी के शेयर्स में&nbsp;इन्वेस्ट&nbsp;करने से पहले इन्वेस्टर्स जो हम हो या आप , इस अहम पहलु को जरूर देखते है | अगर आप नहीं जानते है तो आज से इस पोस्ट को पढ़ने के बाद जरूर देखिएगा |</p>
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<h3>मार्केट कैप क्या होता है? (what is market Capitalization in hindi ?)<br /></h3>
<p>मार्किट कैप&nbsp;को हम आसान सब्दो में समझते है , लोगो ने फालतु का इसको पहाड़ बना रखा है |</p>
<p>इसका मतलब सीधा-साधा ये है की, किसी कंपनी जो स्टॉक मार्किट में&nbsp;लिस्टेड है , उनका total market value कितना है |</p>
<p>इसे लिस्टेड कंपनी के द्वारा जारी किया गए कुल Outstanding share की तत्काल संख्या को current market price से गुना कर करके निकलते है |<br /></p>
<p>इसकी मदद से किसी कंपनी के भविस्य में परफॉरमेंस यानि की प्रदर्शन का अनुमान लगाया जाता है | इसके बाद एक इन्वेस्टर / निवेशक उस कंपनी में पैसे इन्वेस्ट करता है |</p>
<h3>उदाहरण&nbsp;के लिए :-</h3>
<p>अभी वर्तमान में HDFC की एक शेयर की कीमत 2400 चल रही है , और ह्ड़फ्क ने total 1 लाख शेयर ट्रेड करने के लिए जारी किया है | इस केस में HDFC का कुल मार्किट कैप 2400 लाख हो जाएगा |</p>
<p>कुल शेयर = 1,00,000</p>
<p>मूल्य / शेयर = Rs 2400/-</p>
<p>मार्किट कैप = 24,00,00,000/-</p>
<h3>मार्केट कैप की गणना कैसे होती है?- Market Cap Formula<br /></h3>
<p>Market capitalization Formula =&nbsp;(Current market price) x (Total Outstanding Share)<br /></p>
<p>Current Market Price– जब सुबह 9:15 में आप ट्रेड करना शुरू करते होंगे तो किसी एक शेयर का दाम दीखता होगा , जो ऊपर निचे करता है 3:30 तक |<br />इसके ऊपर निचे होने का एक कारन नहीं है , बल्कि एक से अधिक है | Volume, Demand, Supply,Liquidity, News आदि फैक्टर्स पे आश्रित है |</p>
<p>Outstanding Shares&nbsp;– इस शब्द का मतलब है किसी कंपनी ने मार्किट में लिस्ट होने के समय अपने कंपनी के कितने शेयर को ट्रेड करने के लिए जारी किया है | इसमें प्रमोटर ,investor , एम्प्लोयी सबके पास जितने शेयर उपलब्ध है वो सब शामिल है |</p>
<h2>भारत की टॉप 5 हाई मार्केट कैप कम्पनियाँ</h2>
<pre>Reliance 1,246,288.72
TCS 1,155,287.72
HDFC Bank 773,828.43
इनफ़ोसिस 566,966.14
HUL 564,577.65</pre>
<h3>मार्केट कैप कितने तरह के होते है? (Types of Market Cap)<br /></h3>
<p>किसी भी लिस्टेड कंपनी को जब&nbsp;हम आपस में एक दूसरे से तुलना करते है तब हम मार्किट कैप की मदद लेते है | Market Capitalization को आसान करने के लिए 3 भाग में&nbsp;बांटा गया है |<br /></p>
<div>
<div>
<table>
<thead>
<tr>
</tr>
</thead>
</table>
</div>
</div>
<div>
<table>
<thead>
<tr>
<th colspan="1" rowspan="1">
<div>Company</div>
</th>
<th colspan="1" rowspan="1">
<div>Market Cap</div>
</th>
</tr>
</thead>
<tbody>
<tr>
<td>Small Cap</td>
<td>
<p>Rs 5,000 करोड़ से कम</p>
</td>
</tr>
<tr>
<td>Mid Cap</td>
<td>Rs 5,000 करोड़ से ₹20,000 करोड़ के बिच में</td>
</tr>
<tr>
<td>Large Cap</td>
<td>Rs 20,000 करोड़ से अधिक</td>
</tr>
</tbody>
</table>
</div>
<h3>Small-Cap</h3>
<p>शेयर बाजार में 5 हजार से व् ज्यादा कंपनी लिस्टेड है , जिसमे से हर कंपनी की Market Cap अलग अलग है |</p>
<p>जिनके मार्किट कैप 5000 करोड़ से काम है वो small कैप की केटेगरी में आते है | साइज में छोटे होने के कारन इन्हे स्माल कैप कहा जाता है | जो कंपनी तुरंत के शुरू हुए होते है , और मार्किट में लिस्ट होते है उन्हें small Cap का दर्जा दिया जाता है |</p>
<p>इन कंपनी में इन्वेस्टमेंट करना बहुत रिस्की होता है क्युकी इन्हे OPERATOR आसानी से manipulate यानि की हेरफेर कर देते है |</p>
<p>इनमे से जो कंपनी बढ़िया रहती है वो आगे चलकर लार्ज कैप में शामिल होने के काबिल बन जाती है | लेकिन लार्ज कैप से पहले मिड कैप में शामिल होना होगा | चलिए मिड कैप को समझते है |</p>
<p>small Cap में Growth का chance बहुत हजादा रहता है | लेकिन मार्किट में ट्रेडिंग के दौरान इसमें Volatility बहुत होती है |</p>
<h3>Mid Cap&nbsp;<br /></h3>
<p>Mid कैप की केटेगरी में आने वाली कंपनी की मार्किट कैप Rs 5,000&nbsp;करोड़ से Rs 20,000 करोड़ के अंदर रहती है |</p>
<p>Small cap से थोड़ी काम रिस्की होते है मिड कैप वाले कम्पनिया | इन कंपनी के अंदर मार्किट के बादशाह बनने के सभी गुण रहते है |</p>
<p>इसमें से high potential होता है | इसमें भी इन्वेस्टर्स अपने पैसे लगते है और ाचा मुनाफा कमा लेते है |</p>
<h3>Large Cap</h3>
<p>इस केटेगरी में वो कमपनी को शामिल किया जाता है जिसका मार्किट कैप Rs 20,000 करोड़ से भी ज्यादा हो | ये सबसे सेफ कंपनी होते है | इसमें वोलैटिलिटी भी काम होती साथ ही ऑपरेटर्स इसमें हेर फेर भी नहीं कर पाते |</p>
<p>मार्किट अगर बहुत ज्यादा गिर भी जाती है तो वापिस कड़ी हो जाएगी | लेकिन सरे कंपनी उतना जल्दी खड़ा नहीं हो पाती है | लार्ज कैप के अंदर की कंपनी सब जीतनी तेजी से गिरेगी उतनी ही तेजी से उठ कड़ी होगी |</p>
<p>साल 2021 में 200 से भी अधिक कंपनी लार्ज कैप में शामिल है |</p>
<p>हमारे राष्ट्रिय इंडेक्स NIFTY में जो कंपनी लिस्टेड है वो सभी इसी Large Cap में आने वाली कंपनी होती है |</p>
<h3>मार्केट कैपिटलाइजेशन क्यों महत्वपूर्ण है? (why is market cap important)<br /></h3>
<p>जैसे की किसी की कमाई जान कर उसके आर्थिक स्थिति का अनुमान लगा लिया जाता है| वैसे ही शेयर मार्किट में लिस्टेड कंपनी के मार्किट कैप को जान कर उसकी Actual साइज भी जान ली जाती है |</p>
<p>सभी कंपनी के मार्किट कैप को आपस में तुलना करके ही , एक इन्वेस्टर अपने पैसो को उस कंपनी में निवेश करता है |&nbsp;Capital market&nbsp;में एक अहम् भूमिका निभाता है |&nbsp;what is market Capitalization in hindi&nbsp;से जुड़ी साडी बाते हमने यह संजोय के आपके सामने रखा है ।</p>
<p>शेयर मार्किट में खोटे सिक्के भी काम आ जाते है | ऐसे-ऐसे बहुत से पेन्नी स्टॉक होते है जो बाद में मल्टी – बेगर स्टॉक्स बन जाते है |</p>
<p>लेकिन इसका मतलब ये नहीं की हम अपना सारा पैसा पैनी स्टॉक में लगा दे |</p>
<p>हमें कभी भी उतना पैसा ही लगाना चाहिए जितना की अगर दुब भगी जाय तो हमें खाने-पिने या रहने में दिक़्क़त नहीं होगा |</p></div></div></article></div><div><div>
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</content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/4364456740835136104/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-nifty-capitalization-is-market.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/4364456740835136104'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/4364456740835136104'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-nifty-capitalization-is-market.html' title=''/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-883777991655063424</id><published>2021-12-29T06:07:00.003-08:00</published><updated>2021-12-29T06:07:18.387-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'></title><content type='html'><p><br /></p>
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<p>जब स्टॉक मार्किट गिर रहा था तब जो लोग डरे थे, वो&nbsp;डिजिटल गोल्ड – Digital Gold&nbsp;में इन्वेस्टमेंट कर रहे थे |</p>
<p>जिसकी वजह से गोल्ड अपनी&nbsp;उचाइयो&nbsp;को छू रहा था | डिजिटल गोल्ड सिर्फ गुजरे 6 महीनो में&nbsp;25% का Return&nbsp;दे&nbsp;चूका है | समय के साथ ये और बड़ा लगभग और 30% के ऊपर जाएगा |</p>
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<h2>डिजिटल गोल्ड क्या है ? (Digital Gold kya hai )</h2>
<p>Digital Gold जिसमे हम लोग सोने को online&nbsp;Share&nbsp;&nbsp;/&nbsp;Mutual fund&nbsp;के तरह ट्रेड करते है | इसमें हम किसी दुकान से सोने को भौतिक डिलीवरी नहीं लेते |</p>
<p>इसे हम आसानी से अपने फ़ोन के मदद से खरीद बेच सकते है | बस एक क्लिक के साथ सोना खरीद लिया और दूसरे क्लिक पे बेच दिया | विश्वास कीजिए ये इतना ही आसान है |</p>
<p>गोल्ड को खरीदने के लिए Authorized online platform मौजूद है | इन प्लेटफार्म के मदद से हम कुछ फिक्स्ड चार्ज दे कर, डिजिटल गोल्ड में आसानी से इन्वेस्टमेंट कर सकते है |</p>
<p>Authorized Online platform :-</p>
<ul>
<li>SafeGold</li>
<li>MMTC – PAMP</li>
</ul>
<p>ऊपर के दोनों कंपनी के द्वारा सोने की ऑनलाइन लेनदेन की जाती है | ऊपर के दोनों कंपनी इंडिया और स्विट्ज़रलैंड के द्वारा बनाया गया कंपनी है |</p>
<h2>Digital Gold के फायदे</h2>
<ol>
<li>पारदर्शिता : ऑनलाइन डिजिटल गोल्ड खरीदने में आपको बिचोलिये नहीं मिलते , जिससे आप सीधा सोने का मूल्य दे कर सोना खरीदते है |</li>
<li>न्यूनतम राशि Rs 1/- : आप गोल्ड को सिर्फ एक रुपये में भी खरीद सकते है | यहां पे आपको अपने बजट के हिसाब से जितना चाहे उतना सोना खरीद सकते है |</li>
<li>आजादी : आप जब चाहे तब गोल्ड खरीद बेच सकते है , रात हो या दिन कभी भी 24*7 इसका खरीद बेच कर सकते है |</li>
<li>सुरक्षा : डिजिटल होने के वजह से इसकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी कंपनी की हो जाती है | इसे ना तो कोई चोरी कर सकता है नाही किसी को पता चलेगा की आपके पास कितना गोल्ड है |</li>
<li>आप जब चाहे तब इसे होम डिलीवरी करवा सकते है |</li>
<li>आसनी से घर बैठे इसकी दाम और उसमे बदलाव को track कर सकते है |</li>
<li>बहुत सारे Mobile apps मौजूद है जैसे Paytm,Google pay, Phone pe आदि |</li>
<li>अगर आप स्टॉक मार्किट में इन्वेस्टमेंट करते है तो आप अपने Demat Account के मदद से भी गोल्ड में इन्वेस्ट कर सकते है |</li>
<li>सुधता :Digital गोल्ड 99.9 % सोना सुध होता है |</li>
</ol>
<h3>Digital Gold के इम्पोर्टेन्ट फैक्ट्स</h3>
<p>डिजिटल गोल्ड होने की वजह से ये सुरक्षित तो है ही , साथ में इसकी सुधता की गारेंटी&nbsp;MMTC – PAMP India Pvt. Ltd. द्वारा रखा जाता है | सोने की सुधता बहुत मायने रखती है |<br /></p>
<p>लोकल दुकान से खरीदने पे सोना सुध नहीं होता है , दूसरे धातु को मिला कर वो हमें मुर्ख बना देते है | असली सोने को पहचानने के लिए तजुर्बे वाले लोग चाहिए |</p>
<p>लेकिन डिजिटल सोने में ऐसा नहीं है , इसे कोई भी आसानी से खरीद सकता है|</p>
<p>सुधता के मामले में दोनों कंपनी हमें 24 कैरट का सोना देती है | ये दोनों कंपनी 99.9% की सुधता देती है |</p>
<h2>कितने समय तक सोना होल्ड हो सकता है?</h2>
<p>अगर आप धन कामना चाहते है तो आपके पास धैर्य की सबसे बड़ी जरुरत है |&nbsp;डिजिटल सोने&nbsp;को आप अगर MMTC-PAMP के मदद से खरीद रहे है तो इसकी होल्डिंग अवधि&nbsp;5 साल&nbsp;की है | लेकिन वही दूसरे जगह SafeGold के मामले में ये अवधि बढ़ के&nbsp;7 साल&nbsp;तक हो जाती है |</p>
<p>पुरे समय तक होल्ड करने के लिए आप धैर्य बनाये रखे | अवधि के पुरे होने पे आप अपने सोने को बेचे या उसे डिलीवरी मँगवाले | गोल्ड की सिक्के के रूप में आपको आपका गोल्ड घर पंहुचा दिया जाएगा |&nbsp;Digital Gold Investment&nbsp;का एक अनोखा जरिया है | समय के साथ सोने की कीमत बढ़ ही रही है |</p>
<h2>डिजिटल गोल्ड कैसे ख़रीदे</h2>
<p>डिजिटल Gold खरीदने के लिए बहुत से तरीके है | पेमेंट ऐप या डीमैट अकाउंट के मदद से खरीद सकते है |&nbsp;Digital Gold kya hai&nbsp;जानने के सिलसिले में हमने ऊपर के पॉइंट्स को समझे है।</p>
<p>मेरे हिसाब से सबसे आसान तरीके से गोल्ड में इन्वेस्ट करने के लिए Paytm, phonepe और Google pay सबसे बढ़िया है | डीमैट अकाउंट में Zerodha और Upstox ज्यादा भरोसेमंद है |</p>
<p><br /><br /></p>
<p>Digital gold ने हमें बीते कुछ समय में return तो बहुत बड़ा दिया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है की रिस्क फ्री है |</p>
<p>सिर्फ गोल्ड ही नहीं , स्टॉक मार्किट या mutual fund सबमे रिस्क है लेकिन रिवॉर्ड भी है |</p>
<p>इसलिए हम आपको ये सलाह देंगे की आप कभी भी उतना कैपिटल इन्वेस्ट करे,&nbsp;जिसके&nbsp;नहीं होने से भी आपके जीविका पे फ़र्क़ न पड़े |</p>
<p>इसके लिए आप हमारे गोल्डन रूल को फॉलो क्र सकते है |</p>
<p>आशा है आपको ये पोस्ट पढ़ कर&nbsp;Digital Gold kya hai&nbsp;के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा |</p>
<p>अगर इस पोस्ट से जुड़ी कोई सवाल है तो निचे कमेंट में पूछे |</p>
<p>इस पोस्ट को अपने दोस्तों , सहपाठियों और रिस्तेदार के साथ साँझा करे , जिसकी मदद से हम सभी जागरूक होंगे |</p></div></div></article></div><div><div>
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</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/883777991655063424/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/digital-gold-6-return-30-digital-gold.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/883777991655063424'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/883777991655063424'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/digital-gold-6-return-30-digital-gold.html' title=''/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-7732820851712191855</id><published>2021-12-25T22:18:00.001-08:00</published><updated>2021-12-25T22:18:12.313-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Professional Share Market"/><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Tips"/><title type='text'>शेयर मार्किट में अच्छे स्टॉक्स कैसे पहचाने</title><content type='html'><p><br /></p>
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<p>शेयर बाजार आपके 1 लाख रूपये को 10 लाख बनाने की ताकत रखता है । लेकिन कब ??</p>
<p>जी सही पढ़ा आपने आपके 1 लाख को 10 लाख बना सकता है । उसके लिए आपको चाहिए सही स्टॉक सिलेक्शन की पहचान !</p>
<p>इस पोस्ट में हम जानेंगे की&nbsp;How to find multi-bagger stocks in हिंदी ।</p>
<p>उससे पहले मेरा आपसे विनम्र निवेदन है की अगर आप स्टॉक मार्किट की बेसिक जानकारी नहीं रखते तो निचे दिए पोस्ट को पढ़ ले फिर इन्वेस्टमेंट करे ।</p>
<blockquote>
<p>कभी भी कुछ पाने के लिए आपको सीखना बहुत आवश्यक है । अंग्रेजी में एक कहावत है First Learn Then Earn ” इसका मतलब है की पहले लर्न यानि सीखे फिर Earn यानि कामना शुरू करे ।</p>
</blockquote>
<ul>
<li></li>
</ul>
<p>आप ही सोचे अगर आपको मार्किट की जानकारी नहीं है तो कैसे मार्किट से पैसे कमाएंगे ?</p>
<p>चलिए शुरू करते है हम आप के सिलसिले को :-</p>
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</div>
</div>
<h2>Multi-bagger क्या है ?</h2>
<p>Multi-bagger&nbsp;का आसान शब्दों में मतलब होता है&nbsp;multi-bags&nbsp;यानि जो एक के बदले बहुत (multi) हो जाए । हम सभी ने पढ़ा होगा multiply मतलब गुना करना , तो&nbsp;मल्टीबैग्गेर&nbsp;भी ऐसा ही है ।</p>
<p>मल्टीबैग्गेर स्टॉक वो होते है जो अपने कीमत के 100 प्रतिशत या उससे भी ज्यादा रेतुर्न दिए हो । एक कहानी के माध्यम से हम इसे समझने की कोसिस करते है।</p>
<h3>आइये जानते है multibagger स्टॉक्स कैसे ढूंढे ?</h3>
<p>अगर हम शब्दों के हिसाब से समझे तो वो स्माल कैप (&nbsp;small cap) के स्टॉक्स जो पिछले समय में 100% रिटर्न दिया है उसे मल्टीबैग्गेर कहते है । हम अक्सर ये सोचते है की हम होसियार है और हम जैसा समझ रहे वैसा ही होगा लेकिन ये सच नहीं है ।</p>
<p>आमतौर पे चीजे आपके हिसाब से तब होती है जब आप उस चीज में माहिर हो , माहिर यानि की आप उस काम को करने में इतने पक्के हो की आपका मुकाबला कोई नहीं कर सकता ।</p>
<p>स्टॉक मार्किट में कोई भी कदम उठाने से पहले हम ये जान लेना चाहिए की उसका नतीजा क्या होगा ?</p>
<p>मल्टीबैग्गेर स्टॉक सिलेक्शन के लिए हम&nbsp;उस&nbsp;कंपनी के इतिहास – भूगोल को समझना होगा । इसके अनेक पहलु है ।</p>
<h3>सबसे पहला काम है<br /></h3>
<p>अब आपका सबसे पहला कोई काम है तो वो है की आप देखे आने वाले समय में किस&nbsp;सेक्टर / इंडस्ट्री&nbsp;का डिमांड होने वाला है ।&nbsp;multibagger stocks in hindi&nbsp;जानने के दौरान मैं आपको&nbsp;यहां&nbsp;दो उदहारण दूंगा –</p>
<ol>
<li>आपने सुना होगा की आने वाले समय में इलेक्ट्रिक कार ( electric Cars) की डिमांड बढ़ने वाली है । इसको आप कैसे देखते है ? इस डिमांड का किस सेक्टर में फायदा होगा ? ऐसे अनेक सवाल को सोचिये ।<br />एक गाड़ी बनाने में क्या क्या जरुरत होती है ? इलेक्ट्रिक है तो इसमें क्या अलग होगा ?<br />बैटरी की तो कही जरुरत नहीं बढ़ने वाली ? जी सही समझ रहे बत्त्तेरी की जरुरत बिलकुल बढ़ेगी ।</li>
<li>आने वाली समय में सब चीजे डिजिटल हो जाएंगी , तो इस वजह से किस सेक्टर पे प्रभाव पड़ेगा ?<br />IT स्टॉक्स में तेजी आएगी लेकिन कोण से पैनी स्टॉक्स बढ़िया होगा ? पहले आप सेक्टर निकल ले ।</li>
</ol>
<h3>कंपनी की प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को देखे</h3>
<p>एक सेक्टर में बहुत सारी कम्पनिया है , और एक कंपनी एक से ज्यादा प्रोडक्ट देती है ।</p>
<p>उदहारण के लिए टाटा के हर सेक्टर में कोई न कोई कंपनी आपको मिल जाएगी जैसे Tata coffee, टाटा मोटर्स , TCS, Tata&nbsp;Communications आदि । मुख्य बात ये है की आपको उस एक सेक्टर के स्टॉक्स को लेना है उसके प्रोडक्ट को देखना है ।</p>
<p>किस प्रोडक्ट में वो बढ़िया प्रदर्सन कर रहा । उसकी मार्किट में क्या इम्पोर्टेंस है ।&nbsp;उसने&nbsp;इतिहास में कैसे परफॉर्म किया है ।</p>
<p>कोण सी कंपनी सस्ते में उस प्रोडक्ट को कस्टमर को दे रही । उनका प्रोडक्ट क्वालिटी कैसी है ।</p>
<h3>कर्ज</h3>
<p>जब आपने&nbsp;sector&nbsp;भी निकल लिया और कंपनी भी निकल लिए है तो अब बरी है कंपनी की कर्ज के बारे में पता करे ।</p>
<p>जी सही पढ़ रहे कर्ज , बड़ी बड़ी कंपनी भी कर्ज लेती है और बाद में उन्हें लौटा देती है । कंपनी की कर्ज (&nbsp;DEBT) की जानकारी आपको&nbsp;<a data-wpel-link="external" href="https://www.moneycontrol.com/" rel="nofollow external noopener noreferrer" target="_blank">Moneycontrol</a>,NSE की वेबसाइट पे मिल जाएगी ।</p>
<p>लोन लेना बुरा नहीं है , अपने विस्तार के लिए कंपनी लोन लेती है लेकिन अगर उसे समय से चूका नहीं पाते तो डेब्ट (debt&nbsp;) में दर्ज हो जाता है । हर साल या क्वार्टर के हिसाब से debt की वैल्यू देखे की अगर वो बढ़ रही है तो कंपनी ख़राब है और घट रही तो बढ़िया है ।</p>
<p>जितना ज्यादा डेब्ट होगा उतना ज्यादा कंपनी का&nbsp;cashflow(नकदी प्रवाह)&nbsp;होता है । एक बढ़िया cash-flow किसी कंपनी की बढ़िया&nbsp;growth&nbsp;को दर्शाता है ।</p>
<p>अगला कदम है कंपनी की हाल की वित्तीय स्थिति में गहराई से उतरना और इसकी कमाई में वृद्धि का पता लगाना है। बढ़ता&nbsp;ईपीएस&nbsp;धन में वृद्धि का एक उत्कृष्ट संकेतक है। उसके बाद, उन शेयरों का पता लगाएं, जिनका मूल्यांकन कम है। यदि कंपनी के शेयरों की कीमत कम है, तो मल्टीबैगर स्टॉक बनने की संभावना अधिक है।</p>
<h3>भविष्य की संभावनाओं की तलाश करें (Look potential of multibagger stocks in hindi )</h3>
<blockquote>
<p>एक&nbsp;दूरदर्शी व्यक्ति ही दूर का देख कर आने वाले कल के लिए तैयार हो सकता है । हम सभी को दूरदर्शी बनना चाहिए ।</p>
</blockquote>
<p>आने वाले कल के बारे में सोचना होगा की कल क्या संभावना है और उसके लिए कैसे तैयार रहे ।</p>
<p>पिछले वित्तीय विवरणों को देखना वर्तमान प्रदर्शन का एक संकेतक है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि भविष्य को प्रतिबिंबित करे।</p>
<p>यह आईपीएल नीलामी नहीं है, और आपको केवल पिछले प्रदर्शन के आधार पर ही दांव लगाने की जरूरत नहीं है।</p>
<p>वास्तविक क्षमता का पता लगाने के लिए, संगठन के प्रबंधन और प्रमोटर होल्डिंग को देखें। एक मजबूत प्रबंधन टीम के विकास को गति देने और सफलता लाने की अधिक संभावना है। प्रमोटर होल्डिंग पैटर्न की छवि निचे दी गयी है ।</p>
<figure><img alt="promoter-shareholding-pattern" height="553" sizes="(max-width: 1448px) 100vw, 1448px" src="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/promoter-shareholding-pattern.png" srcset="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/promoter-shareholding-pattern.png 1448w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/promoter-shareholding-pattern-300x115.png 300w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/promoter-shareholding-pattern-1024x391.png 1024w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/promoter-shareholding-pattern-768x293.png 768w" width="1448" />
<figcaption>source: moneycontrol</figcaption>
</figure>
<p>इसके अलावा, उच्च प्रमोटर होल्डिंग वाली कंपनियों की तलाश करें क्योंकि यह जो कुछ भी बनाने की कोशिश कर रहा है उसमें विश्वास का एक संकेतक है। moneycontrol की वेबसाइट पे आपको ये सब जानकारी मिल जाएगी वो भी मुफ्त में बिलकुल ।</p>
<p>आपको एक और जानकारी मिलेगी Foreign investor (FII) की वो भी देखे जिसमे ज्यादा होगी वो भी एक कंपनी की भविस्य की सम्भावना बताती है । निचे तस्वीर में देखे Fii की जानकारी दी है ।</p>
<figure><img alt="fii-shareholding-moneycontrol" height="608" sizes="(max-width: 1430px) 100vw, 1430px" src="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/fii-shareholdi-moneycontrol.png" srcset="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/fii-shareholdi-moneycontrol.png 1430w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/fii-shareholdi-moneycontrol-300x128.png 300w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/fii-shareholdi-moneycontrol-1024x435.png 1024w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/fii-shareholdi-moneycontrol-768x327.png 768w" width="1430" />
<figcaption>Source : moneycontrol</figcaption>
</figure>
<h3>जोखिम</h3>
<p>मल्टीबैगर शेयरों में निवेश के जोखिम भी रहती है अगर आपका एनालिसिस गलत निकला और कंपनी ने वैसा परफॉर्म नई किया जैसा आपने सोचा था तो आपका पैसा दुब जाएगा ।</p>
<p>यहां मल्टीबैगर शेयरों में निवेश करने में संभावित जोखिम शामिल हैं</p>
<ul>
<li>कंपनी पूरी की पूरी bankrupt हो जाए तो आपका पैसा जो आपने निवेश किया है वो&nbsp;सुन्य हो सकता है ।</li>
<li>पैनी स्टॉक्स है तो आपको अचे थोक में शेयर्स को खरीदना होगा , जिससे की अगर उसकी कीमत बढ़ती है तो मुनाफा भी उतनी हो ।</li>
<li>पैनी स्टॉक्स में ऑपरेटर स्टॉक को manipulate( हेरफेर) करते है, इसका परिणाम ये हो सकता है की आप स्टॉक को तब ख़रीदे ले जब वो अपने सर्वोत्तम उचाई की प्राइस को छू रहा हो । इसके बाद शेयर का भाव गिर कर काम हो जाए तो आप फास सकते है ।</li>
<li>स्माल कैप (small cap) होने की वजह से इनमे लॉक लग जाता है , मतलब की आपका पैसा फसा रहेगा । आप उस पैसे को कुछ सिमित समय के बाद ही निकल पाएंगे ।</li>
<li>लम्बी अवधी लगने की पूरी संभावना है , एक अवधी 1 से 3 साल तक भी हो सकती है ।</li>
<li>किसी गलत फहमी की वजह से भी लोग स्टॉक खरीद लेते है और स्टॉक मार्किट में फस जाते है ।</li>
</ul>
<p>आशा है की आपको ये पोस्ट&nbsp;multibagger stocks in hindi&nbsp;अच्छे से समझ आया होगा । इससे जुड़ी कोई सवाल हो तो निचे कमेंट में पूछे ।</p>
<p>हमारी टीम आपके डाउट को क्लियर करने की पूरी कोसिस करेगी | इस पोस्ट को अपने दोस्तों , मित्रो और परिवार वालो के बिच में शेयर करे | हम सब को जागरूक बनना है , इसके लिए हमें साथ में ज्ञान बाटना होगा |</p>
<p>आपके शेयर और कमेंट से मुझे और अधिक जानकारी आपके साथ साँझा करने के लिए प्रेरित करती है | निचे के लाल बटन क्लिक करके सब्सक्राइब करे |</p>
<h3>लगातार पूछे जाने वाले प्रश्न</h3>
<ol>
<li>multibagger stock meaning in hindi :<br />Multi-bagger&nbsp;का आसान शब्दों में मतलब होता है&nbsp;multi-bags&nbsp;यानि जो एक के बदले बहुत (multi) हो जाए ।</li>
<li>Multibagger stocks 2021
<div>
<p>Himachal Futuristic Communications Limited (HFCL) , ITI, Adani Total Gas, Tanla Platforms</p>
</div>
</li>
<li>multibagger स्टॉक्स में रिस्क क्या है ?<br />अगर आपका एनालिसिस सही नहीं है तो आपके पुरे निवेश की कीमत घटेगी नहीं , वो&nbsp;शून्य हो जाएगा</li></ol></div></div></article></div><div><div>
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</aside>
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</content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/7732820851712191855/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/blog-post.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/7732820851712191855'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/7732820851712191855'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/blog-post.html' title='शेयर मार्किट में अच्छे स्टॉक्स कैसे पहचाने'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-6358191038471677738</id><published>2021-12-25T22:03:00.003-08:00</published><updated>2021-12-25T22:03:33.344-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Professional Share Market"/><title type='text'>Demat account kya hota hai in hindi और 10 मिनट के अंदर कैसे खोले ?</title><content type='html'><p><br /></p><div><div><div><article><div><div><div data-lwptoc-initialized="1" data-smooth-scroll-offset="24" data-smooth-scroll="1"><div><div><div>
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<p>इस पोस्ट में हम जानेंगे की&nbsp;डीमैट अकाउंट क्या होता हैऔर कैसे 10 मिनट के अंदर खोल सकते है&nbsp;| इस पोस्ट में हम जानेंगे&nbsp;( demat account kya hota hai in hindi)&nbsp;</p>
<p>जैसा की मैंने पहले के पोस्ट में बताया था की जबसे&nbsp;स्टॉक मार्किट&nbsp;को ऑनलाइन किया गया , तबसे&nbsp;डीमैट अकाउंट&nbsp;जरुरी हो गया |&nbsp;SEBI&nbsp;जो की इंडिया का स्टॉक मार्किट का देख रेख करता है उसने&nbsp;डीमैट अकाउंट&nbsp;को ही एक मात्र विकल्प रखा है जिसमे आप अपना शेयर या सिक्योरिटी की खरीद बेच करते है |</p>
<p>इंडिया में सिर्फ दो ही&nbsp;DEPOSITORY&nbsp;मौजूद है –</p>
<ol>
<li>CDSL (Central Depository Services Limited)</li>
<li>NSDL (National Securities Depository Limited)</li>
</ol>
<p>demat account kya hota hai in hindi</p>
<h2>डीमैट अकाउंट क्या होता है ?</h2>
<p>डीमैट अकाउंट&nbsp;को&nbsp;Dematerialised Account&nbsp;भी कहा जाता है | इस अकाउंट में शेयर्स सिक्योरिटीज को डिजिटल फॉर्म में रखा जाता है | ये सुरक्षित होने के साथ साथ दुनिया के किसी भी कोने से एक्सेस किया जा सकता है |</p>
<p>आसान सब्दो में समझे तो पैसे की लेन – देन में बैंक खाता की जरुरत पड़ती है वैसे ही शेयर की खरीद – बेच में&nbsp;Demat Account&nbsp;की जरुरत पड़ती है |</p>
<h3>डीमैट अकाउंट की जरुरत क्यों है ?</h3>
<p>जब आप या हम , कोई भी शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करना शुरू करते है तो हमे हमारे ब्रोकर की और से दो खाते मिलते है –</p>
<ol>
<li>Demat Account</li>
<li>Trading Account</li>
</ol>
<p>Demat Account&nbsp;की मदद से आप अपने&nbsp;sharesको सुरक्षित रूप से digitally रख सकते है |</p>
<p>Trading Account&nbsp;हमें शेयर्स की खरीद बेच करने में मदद करता है | एक unique ID देता है जिसकी मदद से हमारे ख़रीदे या बेचे हुए&nbsp;shares&nbsp;settle होते है |</p>
<h3>डीमैट अकाउंट के निम्नलिखहित लाभ है –</h3>
<ul>
<li>Digital</li>
<li>Secure</li>
<li>Paperless</li>
<li>Cheap</li>
</ul>
<p>स्टॉक मार्किट&nbsp;के डिजिटल होने में इसकी महत्ता बहुत बड़ी है |&nbsp;Demat&nbsp;Account&nbsp;ने पूरी प्रक्रिया को आसान और सुचारु बनाया है| डिजिटल होने से पहले आपको&nbsp;ट्रेडिंग अकाउंट&nbsp;खुलवाने के लिए 10-15 दिन इंतजार करना पड़ता |&nbsp;आज बस 10 मिनट में खाता खुल जाता है&nbsp;|</p>
<h2>डीमैट खाता कैसे खोले?</h2>
<p>इंडिया में बहुत सारे ब्रोकर्स है जो आपका&nbsp;डीमैट अकाउंट&nbsp;खोलने के लिए तैयार है , लेकिन आपको टॉप के 2 ब्रोकर्स से ही खोलवाना चाहिए |</p>
<p>मेरा अकाउंट&nbsp;Zerodha और&nbsp;Upstox&nbsp;दोनों में है और मजे की बात ये है की ये दोनों भारत के&nbsp;टॉप 2 ब्रोकर&nbsp;भी है |</p>
<p>इसलिए मेरा सलाह ये रहेगा की आप इनके साथ आपने डीमैट अकाउंट खोले और आसानी से ट्रेडिंग करे | इसके पीछे के कारन भी है –</p>
<ul>
<li><em>Discount ब्रोकर है</em></li>
<li><em>interface यानि जो स्क्रीन दिखेगा वो भी सिंपल होगा जिसकी मदद से आप आसानी से ट्रेडिंग कर सकते है |</em></li>
<li><em>टॉप के 2 ब्रोकर है तो भरोसा न करने का सवाल ही नहीं है |</em></li>
<li><em>Security भी अछि है</em></li>
</ul>
<p>और हमारे जैसे लगभग 20 लाख से ज्यादा लोग इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे है |</p>
<h3>खाता खोलने की कीमत ?</h3>
<p><em>Demat account</em>&nbsp;खोलने के लिए कुछ charges देने होंगे ये मुझे नहीं देना है , आपका ब्रोकर आपसे लेगा |</p>
<ul>
<li>अकाउंट खोलने की राशि</li>
<li>Quarterly maintainence charge</li>
<li>Transaction Charges</li>
</ul>
<p>हर ब्रोकिंग कंपनी की अपनी charges है लेकिन आप&nbsp;Upstox&nbsp;में FREE में डीमैट अकाउंट खोल सकते है |</p>
<p>Zerodha&nbsp;में Rs 300/- लगता है | लेकिन इसके अलावा भी कुछ चार्जेज है जैसे की –</p>
<ul>
<li>Brokerage</li>
<li>Stamp duty</li>
<li>Tax</li>
<li>Security Charge</li>
</ul>
<h2>डीमैट अकाउंट खोलने के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट क्या है ?</h2>
<ol>
<li>बैंक अकाउंट (Bank Account)</li>
<li>इनकम प्रूफ (Income Proof )</li>
<li>पैन कार्ड (PAN Card)</li>
<li>हस्ताछर (Signature)</li>
<li>मोबाइल लिंक किया हुआ आधार कार्ड</li>
</ol>
<h3>डीमैट अकाउंट खुलने में कितना वक़्त लगेगा ?</h3>
<p>जैसा की आपने टाइटल पढ़ा है बस 10 मिनट में आपका&nbsp;Online Demat Account&nbsp;खोल सकते है |</p>
<p>इस लिंक पे क्लिक करे और निचे दिए गए steps को फॉलो करे –</p>
<ul>
<li>ऊपर लिंक पे क्लिक करे</li>
<li>अब आप नए वेबसाइट पे पहुंच गए है यह अपना मोबाइल नंबर और email Id से register करे |</li>
<li>इसके बाद आपको ब्रोकिंग कंपनी यानि की Zerodha या Upstox के टीम से कॉल आएगा</li>
<li>आगे की प्रक्रिया वो समझा देंगे</li>
</ul>
<h2>Zerodha में डीमैट अकाउंट कैसे खोले ( Steps to Open Demat Account&nbsp;in&nbsp;Zerodha )</h2>
<p>zerodha&nbsp;पे डीमैट अकाउंट खोलने के लिए निचे दिए लिंक पे क्लिक करे ।</p>
<p>Step1 <a data-wpel-link="external" href="https://zerodha.com/?c=EX7757" rel="nofollow external noopener noreferrer" target="_blank">Zerodha – Click here to register on Zerodha</a></p>
<p>लिंक पे क्लिक करने के बाद निचे तस्वीर दी है वैसा खुलेगा ।</p>
<p><a data-wpel-link="external" href="http://https//zerodha.com/?c=EX7757" rel="nofollow external noopener noreferrer" target="_blank"><img alt="Zerodha - Online stock trading at lowest prices from India's biggest stock broker" height="528" sizes="(max-width: 1024px) 100vw, 1024px" src="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/Zerodha-Online-stock-trading-at-lowest-prices-from-Indias-biggest-stock-broker-1024x528.png" srcset="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/Zerodha-Online-stock-trading-at-lowest-prices-from-Indias-biggest-stock-broker-1024x528.png 1024w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/Zerodha-Online-stock-trading-at-lowest-prices-from-Indias-biggest-stock-broker-300x155.png 300w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/Zerodha-Online-stock-trading-at-lowest-prices-from-Indias-biggest-stock-broker-768x396.png 768w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/Zerodha-Online-stock-trading-at-lowest-prices-from-Indias-biggest-stock-broker-1536x791.png 1536w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/Zerodha-Online-stock-trading-at-lowest-prices-from-Indias-biggest-stock-broker.png 1898w" width="1024" /></a></p>
<p>Step2 Sign Up now&nbsp;पे क्लिक करे</p>
<p><img alt="zerodha-demat-signup" height="947" sizes="(max-width: 1920px) 100vw, 1920px" src="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-signup-2.jpg" srcset="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-signup-2.jpg 1920w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-signup-2-300x148.jpg 300w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-signup-2-1024x505.jpg 1024w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-signup-2-768x379.jpg 768w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-signup-2-1536x758.jpg 1536w" width="1920" /></p>
<p>Step3 Apna मोबाइल नंबर लिखे और Continue पे क्लिक करे</p>
<p><img alt="zerodha-demat-number-verify" height="929" sizes="(max-width: 1908px) 100vw, 1908px" src="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-number-verify-2.jpg" srcset="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-number-verify-2.jpg 1908w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-number-verify-2-300x146.jpg 300w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-number-verify-2-1024x499.jpg 1024w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-number-verify-2-768x374.jpg 768w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/05/zerodha-demat-number-verify-2-1536x748.jpg 1536w" width="1908" /></p>
<p>Step4 Phone नंबर पे आपको एक OTP जाएगा , जिसे आप लिख कर अपना नंबर Verify करे ।</p>
<p>Step5 Number वेरीफाई होने के बाद आपको अपना document अपलोड करना होगा, उसके लिए आपको Zerodha के ओर से कॉल आएगा ।</p>
<p>Step6 इसके बाद आपको आपके registered ईमेल पे Id और पासवर्ड Zerodha भेज देगी । उसके बाद आपको Zerodha की sub-domain जिसका नाम KITE है उसपे जाके Login करना है ।</p>
<p><br /></p>
<p>मेरे सुझाव से आप Zerodha और Upstox दोनों में डीमैट अकाउंट खोले , इससे ये फायदा होगा की आप एक अकाउंट से Intraday ट्रेडिंग या Swing trading कर सकते है और दूसरे में इन्वेस्टमेंट कीजिए । बड़े बड़े लोग जो स्टॉक मार्किट से खूब पैसा कमा लिए है उनका मानना है की सबके पास कमसेकम दो डीमैट अकाउंट हो ।</p>
<h3>स्वतंत्र रूप से पूछे जाने वाले प्रश्न</h3>
<ol>
<li>ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?</li>
</ol>
<p>ट्रेडिंग अकाउंट आपको ट्रांसक्शन करने में सहायता करता है | एक ट्रेडर को Unique ID देता है जिसकी मदद से शेयर को ट्रेड यानि खरीद – बेच कर सकते है |</p>
<p>2. डीमैट अकाउंट क्या है ?</p>
<p>डीमैट अकाउंट को Dematerialised Account भी कहा जाता है | ये हमारे बैंक अकाउंट के तरह होता है जिसमे हम digitally किसी भी शेयर या सिक्योरिटीज को store करते है |</p>
<p>3. एक इंसान के कितने डीमैट अकाउंट हो सकते है ?</p>
<p>जैसे की हम जानते है डीमैट अकाउंट हमारे बैंक खाता जैसा है | जैसे हम बहुत सरे बैंक में खाता खुलवा सकते है वैसे ही बहुत सरे डीमैट अकाउंट भी खुलवा सकते है |</p>
<p>4. डीमैट अकाउंट खोलने में कोनसे कागच / डॉक्यूमेंट होने चाहिए ?</p>
<p>१। Mobile linked Aadhar card</p>
<p>२। Bank Account</p>
<p>३ ।Pan card</p></div></div></article></div>
</div>
</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/6358191038471677738/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/demat-account-kya-hota-hai-in-hindi-10.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6358191038471677738'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6358191038471677738'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/demat-account-kya-hota-hai-in-hindi-10.html' title='Demat account kya hota hai in hindi और 10 मिनट के अंदर कैसे खोले ?'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-8337633405797628315</id><published>2021-12-25T21:56:00.004-08:00</published><updated>2021-12-25T21:56:39.150-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Professional Share Market"/><title type='text'>Stock Market me Invest Kaise Kare in Hindi</title><content type='html'><p><br /></p><div><div><div><article><div><header>
</header>
<div>
<p>जैसा की आप&nbsp;Stock market&nbsp;में नए है और इन्वेस्ट करना चाहते है तो ये पोस्ट (stock market me invest kaise kare in hindi) आपको बहुत सहायता करने वाला है |</p>
<p>पैसा को कामना उतना मुश्किल नहीं है जितना की इसे इन्वेस्ट करना | हम इंसान का स्वभाव हैं की वो अधिक से अधिक धन इकट्ठा करना चाहता है |</p>
<p>धन इकट्ठा करने के लिए अधिक पैसे कमाता है | लेकिन इन कमाए हुए पैसा को रखे कहा जिससे की उसकी कीमत कम न हो ?</p>
<p>अगर घर में रखेंगे तो चोरी का दर सताएगा अगर जमीन के अंदर छुपा दिया तो दीमक खा जाएगा |</p>
<p>किसी को ब्याज पे दिए तो वापस मिलने की गारंटी नहीं है |</p>
<p>लेकिन क्या कोई और विकल्प हैं जिसमें हमें हमारा पैसा बढ़ कर मिले । जी हाँ ऐसा है की बहुत सारे स्कीम हैं जहाँ आपके पैसो को बढ़ा कर देने का वादा किया जाता है|</p>
<p>जैसे बैंक में fixed deposit हो या सोना खरीद लो या जमीन खरीद लो लेकिन ये कितने दर पे आपको पैसा लौटाएंगे ?</p>
<p>और क्या ये सुरक्षित हैं ?</p>
<p>आप सोच रहे होंगे बैंक में तो सुरक्षित हैं आपके पैसे लेकिन ऐसा नहीं है, बैंक में भी बड़े- बड़े घोटाला होते है |</p>
<p>जिससे की आपके और मेरे जैसे लोगो का पैसा दूब जाता है | चलिए मान लेते है की बैंक में आपका पैसा नहीं डूबा तो भी आपको कुछ मुनाफा तो होना चाहिए न ?</p>
<p>बैंक आपको अधिक से अधिक 5% दे सकता हैं लेकिन आप सोचिये सालाना 5% से आपके पूंजी में कितना ही बढ़त होगा ?अगर आप अपना ये पैसा&nbsp;स्टॉक मार्किट&nbsp;में लगाते हो तो आपको कितना का रिटर्न मिलेगा , मतलब की अगर आप&nbsp;1000&nbsp;लगाए तो आपको वापस कितना मिलेगा ?</p>
<p>stock market में profit की कोई limit नहीं हैं | आपका 1000 समय के साथ बढ़ कर&nbsp;10000&nbsp;भी हो सकता हैं लेकिन क्या आप उतना समय देने के लिए तैयार हैं ?</p>
<p>डरिये नहीं , आइये हम जानते है की stock market में कैसे हम अधिक से अधिक पैसा कमा सकते है और कैसे&nbsp;इन्वेस्ट&nbsp;कर सकते हैं |</p>
<p>आप आज के युग में महीने का 500 बचा सकते है , चलिए इस 500 रुपये को हम मार्किट में लगाना शुरू करते है |</p>
<p>और ये मानते है की हर महीने आप ज्यादा नहीं 2% ही मार्किट से earn कर पा रहे | ये 2% कोई छोटा न समझना अभी आगे देखो इस 2% का कमाल |</p>
<p>हर महीने 2% का कंपाउंड इंटरेस्ट निकलते है |</p>
<p>हर माह के दो प्रतिशत के दर से आपका कुल पैसा लगेगा 6000 और इस्पे आपको मिलेगा 840 रुपये का इंटरेस्ट |<br />return&nbsp;जोड़े –</p>
<p><img alt="compound interest" height="428" src="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/04/ci-300x181.png" width="710" /></p>
<p>graph की मदद से अपने परफॉरमेंस देखे –</p>
<p><img alt="compound interst graph" height="478" sizes="(max-width: 649px) 100vw, 649px" src="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/04/ci-graph-300x221.png" srcset="https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/04/ci-graph-300x221.png 300w, https://www.sadharaninvestor.com/wp-content/uploads/2021/04/ci-graph.png 753w" width="649" /></p>
<p>ये बस एक साल का है अगर आप 10 साल के लिए ऐसा करेंगे तो अमाउंट बढ़ कर इतना हो जाएगा की आप सोच भी नहीं सकते |</p>
<h2>compounding को दुनिया का&nbsp;आठवा&nbsp;अजूबा भी कहा जाता है</h2>
<p>बढ़ती महंगाई के ज़माने में एक आम आदमी दिन का 1000 खर्च कर देता है | इस हिसाब से महीने का 30,000 हुआ , और साल का 3,60,000 |</p>
<p>आज से 20-30 साल बाद ये खर्च बढ़ कर 10 लाख सलाना हो जाएगा |&nbsp;inflation rate&nbsp;इतनी तेजी से बढ़ रही है की अगर आपके बुढ़ापे में आपके पास 10-20 करोड़ न हो तो आपके रिटायरमैंट के बाद की जिंदगी कठिनाई से गुजरने वाली है | जी हाँ आप सही पढ़ रहे हम डरा नहीं रहे अभी से आने वाले समय को आगाह कर रहा हूँ |</p>
<p>आपके बच्चो की पढाई -लिखाई , शादी, इलाज के खर्चे ये सब दिन पर दिन बढ़ महंगा ही हो रहा है | ऐसे में ज़रुरत हैं पैसो को खाली परे न रहने दे , उन्हें काम पे लगाइए |</p>
<p>एक नियम के अनुसार लोगो को अपने कमाई का 20% हिस्सा इन्वेस्ट करना चाहिए इसे हम&nbsp;<em>गोल्डन सेविंग रुल</em>कहते है |</p>
<h2 style="text-align: left;">Golden rule for Investing क्या है ?</h2>
<p>इस रुल के हिसाब से आप अपने कमाई को 50-30-20 के हिस्से में बाँट दे |</p>
<p>गोल्डन रुल को डिटेल में पढ़े –</p>
<p>stock market में इन्वेस्ट करने के लिए आपको एक&nbsp;Demat acccount&nbsp;चाहिए | Demat अकाउंट में shares रखे जाते है | जैसे बैंक में आपका अकाउंट होता है, जिसमे आप पैसे रखते है उसी प्रकार DEMAT अकाउंट में शेयर रखते है | Demat का फुल फौर्म है&nbsp;<em>Dematerialised Account</em> | जब स्टॉक मार्किट online हुआ तब Demat Account रखना ज़रुरी हो गया | इससे पहले पेपर पे प्रिंट करके शेयर की खरीद बेच चलती थी | अगर पेपर ख़राब हो जाए तो आपके पास कोई प्रूफ नहीं होगा की आप शेयर के मालिक है , या ये भी कह सकते है की आप खुद को शेयर होल्डर नई बता सकते है | Stock market में इस दिक्कत को दूर करने के Demat अकाउंट mandatory किया गया |</p>
<p>शेयर बाजार में पैसे कमाने की कोई सीमा नहीं हैं , यहां न आपसे आपकी जाती पूछी जाएगी न ही आपका रंग | आपको बस&nbsp;share&nbsp;बाजार कैसे काम करता है समझ आना चाहिए और आपके पास एक फ़ोन होना चाहिए | अगर ये दोनों चीज है तो आप&nbsp;स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट करने के लिए तैयार है |</p>
<h2>वैल्थ क्या है ?</h2>
<p>आसान भाषा में कुछ ऐसी assests में इन्वेस्ट करे जो की आपको बदले में फायदा दे | स्टॉक मार्किट में वैल्थ क्रिएट करे |</p>
<p>स्टॉक मार्किट में वैल्थ क्रिएट कने के लिए चाहिए :-</p>
<ul>
<li>vision</li>
<li>patience</li>
<li>risk capacity</li>
</ul>
<ul>
<li><em>Vision से मेरा मतलब है दूर का सोचना , आगे क्या होने वाला है |</em></li>
<li><em>Patience यानी धैर्य आप एक रात में आमिर नहीं बन सकते लेकिन है समय के साथ जरूर बन जाएंगे |</em></li>
<li><em>Risk कैपेसिटी आपने सकाम 1992 देखा होगा तो ये dailogue सुना होगा “risk hai to ishq hai” ,<br /></em><em>मतलब कुछ बड़ा करने के लिए रिस्क तो लेना होगा |</em></li>
</ul>
<p>स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करे? ( stock market me invest kaise kare in hindi)</p>
<p>STEPS –</p>
<h2>&nbsp;डी-मैट अकाउंट खोले</h2>
<p>Stock market में किसी भी कंपनी के शेयर की खरीद बेच के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग अकाउंट होना उतना ही ज़रुरी हैं जितना पैसो की लें दें क लिए बैंक अकाउंट का , Demat account में आपके खरीदे हुए शेयर रखे जाते है |</p>
<p>stock market me invest kaise kare in hindi</p>
<h3>डी-मैट अकाउंट खोले के लिए ज़रुरी चीजें –</h3>
<ul>
<li>बैंक अकाउंट</li>
<li>पैन कार्ड</li>
<li>आधार कार्ड</li>
</ul>
<p>हम आपको पर्सनली&nbsp;Zerodha&nbsp;या&nbsp;Upstox&nbsp;में अकाउंट खोलने की राय दूँगा क्युकी में भी ये उसे करता हु | बहुत ही आसान है इसके platform को इस्तेमाल करना |</p>
<p>आप सोच रहे होंगे यही दोनों क्यों ?</p>
<h4 style="text-align: left;">इसके निम्नलिखित कारण है –</h4>
<ul style="text-align: left;">
<li>ये डिस्काउंट ब्रोकर है यानी की चार्ज सबसे काम हैं इनका |</li>
<li>ये इंडिया में टॉप के दो ब्रोकिंग फर्म है</li>
<li>आप सबसे काम पैसे में अधिक कमाई कर सकते है</li>
<li>इनका कस्टमर support और Feedback भी बहुत बढ़िया है |<br />
<h2>&nbsp;छोटी पूंजी के साथ शुरू करे</h2>
</li>
</ul>
<p>जब इन्वेस्ट करने की बात हो सबसे पहले capital यानी पूंजी कितना लगेगा यही सोचते है | तो आपको बता दू की हमने जब मार्किट में शुरुआत की तो Rs 500/- महीने से शुरू की थी |</p>
<p>जैसा की आप अभी नए हैं मार्किट में तो आपको ये सलाह दूँगा की आप छोटे रकम से शुरु करे | मान लेते है आपके पास कैपिटल बड़ी है लेकिन एक बार जब आप मार्किट को समझ लेंगे तब आप अपनी पूंजी लगाइए गा |</p>
<p><em>स्टॉक मार्किट में सबसे ज़रुरी हैं की आपका पूंजी आपके पास रहे वरना आप कुछ कमा ही नहीं पाएंगे |</em></p>
<h3>&nbsp;Long time का सोचिये –</h3>
<p>जैसा की इस पोस्ट में बात हो रही की&nbsp;शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करे?&nbsp;तो इन्वैस्टमैंट का मतलब हैं वैल्थ बनाने से |</p>
<p>अगर share bazaar में लम्बे समय तक टिकना है तो long term plan करे | share खरीदने समय ये सोच समझ कर खरीदे की इसे मई 5-10 साल रख सकता हु |</p>
<p>आप अपने पैसे कही इन्वेस्ट नहीं कर सकते, पहले कंपनी के बारे में जाने फिर इन्वेस्ट करे |</p>
<h3>&nbsp;Diversify करके पोर्टफ्रोलियो बनाये –</h3>
<p><em>portfolio</em>&nbsp;का मतलब है किसी एक कंपनी का शेयर में अपना सारा पूंजी एक जगह न लगा कर अलग – अलग कंपनी के शेयर खरीदे | लेकिन इससे क्या होगा ? जी नहीं , आप अलग अलग सेक्टर के शेयर खरीदेंगे जैसे</p>
<ul>
<li>metals</li>
<li>petrol</li>
<li>technology</li>
<li>finance</li>
<li>Bank</li>
<li>pharma</li>
</ul>
<h3>Diversify से क्या लाभ होगा ?</h3>
<p>जैसा की आप जान रहे है अभी कोरोना काल चल रहा है जिसमें हर इंसान अपने स्वस्थ जीवन की कामना कर रहा हैं | सभी छह रहे की उनकी सेहत ठीक रहे जिसके लिए वो विटामिन , ऐनर्जी बूस्टर के supplements ले रहे |</p>
<p>कोरोना से पीड़ित लोग को दवा चाहिए जिससे की दवा वाले कंपनी के पास बहुत demand जा रहा | इस बढ़ते डिमांड के वजह से उनका profit भी बढ़ रहा है |</p>
<p>कोरोना काल में एक चीज बहुत प्रचलित थी work from home , इस बात को आप कैसे सोचते है ??</p>
<p><em>वर्क फ्रॉम होम में किस सेक्टर को फायदा होगा ?</em></p>
<p>IT sector – infosys, wipro , jio, hcltech, techmahindra….</p>
<p>चलिए मान लेते हैं आपने एक कंपनी में Rs 50,000&nbsp;इन्वेस्ट&nbsp;किये | किसी कारण से उस कंपनी को नुकसान हो गया तो आपको लगता हैं की आपका पैसा उतना ही रहेगा ?</p>
<p>नहीं ना , इसलिए आपको diversification करने की ज़रुरत हैं |</p>
<p>कभी भी&nbsp;इन्वैस्टमैंट&nbsp;कीजिए गा तो आपको Profit या loss दोनों देखने मिलेगा लेकिन अगर आप अपने पैसो को अलग अलग जगह लगाएंगे तो आपका पैसा एक जगह अगर काम होगा तो दूसरे जगह बढ़ जाएगा | इसलिए आप ये सोचे की मुझे 10 बढ़िया कम्पनी में 50 हजार लगाना हैं ना-कि एक में पूरा |</p>
<p>अगर 10 में से 4 कम्पनी डूब भी गयी तो बाकी के 6 कम्पनी में इतना बढ़ जाएगा की आपको प्रौफिट ही होगा</p></div></div></article></div>
</div>
</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/8337633405797628315/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/stock-market-me-invest-kaise-kare-in.html#comment-form' title='1 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/8337633405797628315'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/8337633405797628315'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/stock-market-me-invest-kaise-kare-in.html' title='Stock Market me Invest Kaise Kare in Hindi'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>1</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-6616101970513199389</id><published>2021-12-25T21:40:00.008-08:00</published><updated>2021-12-25T21:46:38.706-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>आईपीओ क्या होता है ( IPO Kya Hota Hai in Hindi )</title><content type='html'>
<div>
<div>अधिक से अधिक लोग शेयर बाजार में अधिक रिटर्न कमाने के अवसरों की तलाश में हैं। शेयर बाजारों में निवेश करने का एक आकर्षक तरीका आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आई पी ओ) है। इस लेख में, हम IPO Kya Hota Hai in Hindi और उससे जुडी जानकारी के बारे में जानेंगे।</div>
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<article>
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<h2 style="text-align: left;">IPO meaning (What is IPO? )</h2>
<p>आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर प्रदान करती है। इस व्यवस्था से एक निजी कंपनी सार्वजनिक कंपनी बन जाती है। इस प्रक्रिया में कंपनी अपने शेयर संस्थागत निवेशकों को बेचती है जो बाद में जनता को शेयर बेचते हैं।</p>
<p>छोटी युवा कंपनियां और साथ ही बड़ी निजी स्वामित्व वाली कंपनियां आईपीओ जारी करती हैं। विस्तार के लिए आवश्यक अतिरिक्त पूंजी की तलाश के लिए छोटी कंपनियां आईपीओ जारी करती हैं। बड़ी कंपनियां सार्वजनिक रूप से कारोबार करने के लिए आईपीओ जारी करती हैं।</p>
<p>बता दे यहां छोटी कंपनी यानि की Small cap और बड़ी कंपनी Large cap को बोली गयी है । अगर आप मार्किट कैप नहीं जानते तो निचे लिंक पे क्लिक करके अभी पढ़े जिससे आपको इस पोस्ट को समझने में और आसानी होगी ।</p>
<p>निवेशक हमेशा नए आईपीओ आवेदन के लिए आवेदन करने के लिए उत्सुक रहते हैं। इसका कारण यह है कि स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयरों की लिस्टिंग पर कई लाभ हो सकते हैं। साथ ही, जो निवेशक लंबी अवधि के निवेश की तलाश में हैं, वे अच्छी कंपनी के आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं।</p>
<h3>आईपीओ का फुल फॉर्म&nbsp;</h3>
<div>
<div data-attrid="kc:/collection/knowledge_panels/entities_with_abbreviation:expanded_form" data-hveid="CBIQAA" data-md="25" data-ved="2ahUKEwjlwOGToKXxAhVexTgGHQLgDv4QtwcwAnoECBIQAA" lang="en-IN">
<div data-attrid="kc:/collection/knowledge_panels/entities_with_abbreviation:expanded_form">
<div>Initial public offering आईपीओ की फुल फॉर्म होती है ।</div>
</div>
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</div>
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<div data-md="32" lang="en-IN">
<div data-hveid="CBQQAQ">
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<div data-count="1" data-hveid="CBAQAA">
<h2 style="text-align: left;">आईपीओ की जरूरत&nbsp;</h2>
</div>
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<p>ज्यादा से ज्यादा पूंजी हासिल करने के लिए कंपनी आईपीओ पेश करती है , सबसे आसान है भीड़ से पैसा लेना अगर 1 लाख लोग एक एक रूपये भी किसी एक इंसान को दे तो वो लखपति बन जाएगा ऐसा ही आईपीओ में होता है ।</p>
<p>स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने से कंपनी की विश्वसनीयता बढ़ती है – जो कई परिदृश्यों में काफी काम आती है। कंपनी से अपने सैकड़ों (और हजारों) शेयरधारकों के प्रति जवाबदेह होने की उम्मीद है, और इसलिए इसे जिम्मेदार माना जाता है।</p>
<p>एक आईपीओ जिस भी कंपनी का हो उसको लेकर लोगो के बिच में क्या emotion है या सेंटीमेंट उसको समझने का बेहद आसान तरीका है । इसके साथ ही कंपनी को ये अलग ही उचाई पे ले जा सकता है</p>
<p>शेयर की कीमते बढ़नेse कंपनी को फायदा होता है<br />यह ऋण की शर्तों, ऋणों पर ब्याज दरों, विलय या अधिग्रहण पर बातचीत करते समय कंपनी को मूल्यवान लाभ देता है। ऋण के साथ, सूचीबद्ध कंपनियों को कम लागत पर, यानी कम ब्याज दर पर पूंजी मिल सकती है। विलय या अधिग्रहण की सुविधा है ताकि मूल्यवान कंपनी शेयरों को व्यापार सौदे का हिस्सा बनाया जा सके।</p>
<h2 style="text-align: left;">आईपीओ दाखिल करने के लिए योग्यता</h2>
<p>सेबी द्वारा निर्धारित आईपीओ दाखिल करने की योजना बनाने वाली कंपनियों के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं।</p>
<ul>
<li>कंपनी के पास शुद्ध मूर्त संपत्ति होनी चाहिए (पिछले तीन वर्षों में प्रत्येक में कम से कम 3 करोड़ रुपये की भौतिक संपत्ति और मौद्रिक संपत्ति के रूप में परिभाषित। इसमें शेयरों जैसे उतार-चढ़ाव वाले मूल्य के साथ आभासी संपत्ति शामिल नहीं है)</li>
<li>कंपनी को पिछले पांच वर्षों में कम से कम तीन वर्षों के लिए न्यूनतम 15 करोड़ का परिचालन लाभ होना चाहिए था।</li>
<li>आईपीओ का आकार कंपनी के मूल्य से पांच गुना से अधिक नहीं हो सकता।</li>
</ul>
<p>भले ही इन योग्यता को पूरा नहीं किया गया हो, फिर भी कंपनी सेबी के पास आईपीओ के अनुमोदन के लिए अनुरोध दायर कर सकती है। लेकिन, इस तरह की मंजूरी के लिए, आईपीओ केवल बुक बिल्डिंग रूट ले सकता है, जहां 75% स्टॉक क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QII- Qualified Institutional Investors) को बेचा जाना है। आईपीओ के तहत शेयरों की बिक्री को वैध मानने के लिए ऐसा करना होता है। अन्यथा, आईपीओ रद्द कर दिया जाता है और जुटाई गई पूंजी को वापस करना पड़ता है।</p>
<p>(IPO kya hota hai in hindi ) जानने के सिलसिले में हमने आईपीओ का मीनिंग समझा और उसकी जरुरत को समझा ।</p>
<p>सेबी निवेशकों के हितों की रक्षा करने के लिए कार्य करता है, जबकि यह सुनिश्चित करता है कि संभावित कंपनियों को रोकने के लिए योग्यता के नियम बहुत कठोर नहीं हैं, जिनके पास विकास देने की क्षमता और दृष्टि है।</p>
<p>आईपीओ में निवेश करते समय एक निवेशक को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए, वे इस प्रकार हैं:</p>
<p><br /></p>
<h3>आईपीओ में निवेश करते समय ध्यान रखने वाली जरुरी बातें :</h3>
<ul>
<li>&nbsp;कंपनी के विवरणिका को विस्तार से पढ़ें और समझें।</li>
<li>जब सभी ब्रोकरेज फर्म खरीद का आह्वान कर रही हों तो सावधान रहें। आप भी अपना विश्लेषण करें।</li>
<li>अंडरराइटर्स और कंपनी के अंदरूनी सूत्रों के बीच की अवधि में लॉक की जांच करें।</li>
<li>इंटरनेट पर कंपनी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें। अपने प्रतिस्पर्धियों, पिछले प्रदर्शन और अपेक्षित भविष्य के विकास की जांच करें।</li>
<li>ऐसी कंपनी में निवेश करें जिसके पास मजबूत अंडरराइटर हों। अच्छे अंडरराइटर या ब्रोकरेज फर्म आईपीओ में विश्वसनीयता लाते हैं।</li>
</ul>
<p>उपरोक्त बिंदुओं को पढ़ने से एक बात बिल्कुल स्पष्ट हो जानी चाहिए कि एक निवेशक को कभी भी आईपीओ के लिए आँख बंद करके आवेदन नहीं करना चाहिए।</p></div></div></article>
</div>
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</content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/6616101970513199389/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/ipo-kya-hota-hai-in-hindi.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6616101970513199389'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6616101970513199389'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/ipo-kya-hota-hai-in-hindi.html' title='आईपीओ क्या होता है ( IPO Kya Hota Hai in Hindi )'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-2270034703415066069</id><published>2021-12-18T04:27:00.008-08:00</published><updated>2021-12-23T19:28:23.877-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>शेयर मार्केट annual रिपोर्ट क्या है</title><content type='html'><h2>वार्षिक रिपोर्ट ( Annual Report ) क्या होती है ?&nbsp;</h2>
<p>हर कंपनी साल में एक बार वार्षिक रिपोर्ट छापती है और उसे अपने शेयरधारकों और दूसरे लोगों को भेजती है । वार्षिक रिपोर्ट एक वित्तीय वर्ष के अंत में छापी जाती है और उसमें दिया गया हर डेटा 31 मार्च के दिन तक का होता है ।&nbsp;</p>
<div><br /> वार्षिक रिपोर्ट कंपनी की वेबसाइट पर इन्वेस्टर सेक्शन में एक पीडीएफ डॉक्यूमेंट ( PDF Document ) के तौर पर मौजूद होती है और उसे डाउनलोड किया जा सकता है ।&nbsp;<br /> <br /> <br /> वार्षिक रिपोर्ट की किताब पाने के लिए आप कंपनी से संपर्क कर सकते हैं । चूँकि वार्षिक रिपोर्ट में दी गई है जानकारी कंपनी की तरफ से दी गई होती है इसलिए इसे आधिकारिक जानकारी माना जा सकता है और इसलिए अगर उसमें कोई गलती पाई जाए तो उसके लिए कंपनी को जिम्मेदार माना जाता है ।&nbsp;<br /> <br /> ध्यान रखें कि कोई भी दो रिपोर्ट एक तरीके की नहीं होती । हर रिपोर्ट में कंपनी की जरूरतों के हिसाब से थोड़ा फेरबदल किया जाता है और कभी - कभी इंडस्ट्री के हिसाब से भी । लेकिन वार्षिक रिपोर्ट में कुछ हिस्से आमतौर पर एक जैसे होते हैं ।&nbsp;<br /> <br />
<h2>किसी भी कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में इन बिंदुओं को ध्यान से पढ़ना चाहिए</h2>
1 - वित्तीय आंकड़ों का सारांश&nbsp;<br /> 2 - मैनेजमेंट का वक्तव्य&nbsp;<br /> 3 - मैनेजमेंट की चर्चा और समीक्षा&nbsp;<br /> 4 - 10 साल की वित्तीय हाईलाइट&nbsp;<br /> 5 - कंपनी के बारे में जानकारी&nbsp;<br /> 6 - डायरेक्टर की रिपोर्ट&nbsp;<br /> 7 - कॉरपोरेट गवर्नेस पर रिपोर्ट&nbsp;<br /> 8 - वित्तीय हिस्सा&nbsp;<br /> 9 - नोटिस<br /> <br /> </div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/2270034703415066069/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-market-annual-report-kya-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/2270034703415066069'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/2270034703415066069'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-market-annual-report-kya-hai.html' title='शेयर मार्केट annual रिपोर्ट क्या है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-471405915491816935</id><published>2021-12-18T04:17:00.005-08:00</published><updated>2021-12-25T21:34:24.287-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>STOCK MARKET सेक्टर क्या होता है</title><content type='html'><h2>SECTOR क्या होता है ?&nbsp;</h2>
<p>SECTOR का अर्थ होता है , किसी एक जगह ( Place ) में DIVIDE करके , हर अलग अलग भाग को एक अलग नाम देना&nbsp;|<br /> <br /> इस तरह , स्टॉक मार्केट में लिस्टेड सभी कंपनी कोई न कोई प्रोडक्ट या सर्विस देती है , और एक ही तरह या उस से मिलते जुले प्रोडक्ट या सर्विस देने वाली बहुत सारी कम्पनी स्टॉक मार्केट में लिस्टेड है , जैसे - बैंकिंग<br /> <br /> सर्विस देने वाली सभी बैंकिंग कंपनी एक ही तरह की सर्विस देती है , और ऐसे में स्टॉक मार्केट का एक प्रमुख भाग बैंकिंग सेक्टर में डिवाइड किया जा सकता है।<br /> <br /> और इसी तरह उन सभी कंपनी को एक ग्रुप में या केटेगरी में रखा जाता है , जो एक ही तरह के प्रोडक्ट या फिर थोड़े मिलते जुलते प्रोडक्ट्स बनाते है , और इसी ग्रुप और केटेगरी को सेक्टर कहा जाता है।&nbsp;<br /> </p>
<h2>STOCK MARKET SECTOR लिस्ट&nbsp;</h2>
<h3>1 - Automotive</h3>
<div>&nbsp;सभी तरह की गाड़ी बनाने वाली कंपनी को ऑटोमोटिव सेक्टर में रखा जाता है&nbsp;<br />
<h3>2 - Banking &amp; Financial Services</h3>
</div>
<div>&nbsp;इस सेक्टर में सभी तरह की बैंकिंग और फाइनेंस सेवा देने वाली कंपनी को रखा जाता है&nbsp;<br />
<h3>3 - Cement &amp; Construction&nbsp;</h3>
</div>
<div>&nbsp;इस सेक्टर में बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन , और सीमेंट से जुडी कंपनी को रखा जाता है<br />
<h3>&nbsp;4 - Chemicals&nbsp;</h3>
</div>
<div>&nbsp;सभी तरह की केमिकल और शराब बनाने वाली कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है<br />
<h3>5 - Consumer Durable products</h3>
<div>&nbsp;जैसे फ्रिज , टीवी , AC , पंखा , और किचेन में इस्तेमाल होने वाले लम्बे समय तक टिकने वाले प्रोडक्ट जैसे कुकर आदि को इस सेक्टर में रखा जाता है&nbsp;</div>
</div>
<h3>6 - Consumer Non durable</h3>
<div>&nbsp;सभी तरह Non Consumer Durable products जैसे Daily Needs जैसे - टूथपेस्ट , साबुन , क्रीम , पाउडर और इस तरह की चीज़े बनाने वाली इस सेक्टर में रखा जाता है&nbsp;</div>
<h3>7 - Engineering &amp; Capital Goods</h3>
<div>&nbsp;इस सेक्टर में engineering इंडस्ट्रीज से सम्बंधित कंपनी जैसे - tools , मोटर्स और सभी तरह की औजार या छोटी बड़ी मशीन बनाने वाली कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है&nbsp;<br />
<h3>8 - Food &amp; Beverages&nbsp;</h3>
</div>
<div>&nbsp;सभी तरह खाने और पिने वाली प्रोडक्ट्स को बनाने वाले कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है&nbsp;<br />
<h3>9 - Information Technology&nbsp;</h3>
</div>
<div>&nbsp;सभी तरह की कंप्यूटर और मोबाइल सॉफ्टवेर और इनफार्मेशन technology से सम्बंधित प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है <br />
<h3>10 - manufacturing</h3>
</div>
<div>&nbsp;कंपनी जैसे- कास्टिंग और फोर्जिंग , और अन्य मेटल और धातु proccess से सम्बंधित कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है&nbsp;<br />
<h3>11 - Media &amp; Entertainment&nbsp;</h3>
</div>
<div>&nbsp;इस सेक्टर में TV , सिनेमा , PRINT MEDIA और ऑनलाइन मीडिया से सम्बंधित कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है&nbsp;<br />
<h3>12 - Metals &amp; Mining&nbsp;</h3>
</div>
<div>मेटेल और MINING जैसे - स्टील और कोयला प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है<br />
<h3>13 - Oil &amp; Gas&nbsp;</h3>
</div>
<div>आयल और गैस प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी को इस सेक्टर में रखा जाता है ,&nbsp;<br /> <br />
<h3>14 - Pharmaceuticals</h3>
</div>
<div>&nbsp;सभी तरह की दवा बनाने वाली - कंपनी को PHARMA सेक्टर में रखा जाता है<br /> <br /> </div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/471405915491816935/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/stock-market-sector-kya-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/471405915491816935'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/471405915491816935'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/stock-market-sector-kya-hai.html' title='STOCK MARKET सेक्टर क्या होता है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-7409431958877276120</id><published>2021-12-17T06:27:00.007-08:00</published><updated>2021-12-23T19:27:34.689-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>मार्केट कैप क्या है</title><content type='html'><p>मार्केट कैप - कम्पनी की कुल वैल्यू मार्केट कैप कहलाती है अर्थात किसी भी कम्पनी को खरीदने के लिए जो अमाउंट देना पड़ेगा वह उसके मार्केट कैप के बराबर होगा ।</p>
<h2>कैलकुलेट करने का फॉर्मूला</h2>
<p>कुल शेयर की संख्या * एक शेयर की प्राइस <br /> मान लो कि कम्पनी ABC के शेयर की प्राइस 100 और कुल शेयर की संख्या 1000 है तो उसका - 100X1000 = 100000 होगा -</p>
<h2>Share Market cap के प्रकार</h2>
<h3>Small cap</h3>
<p>वह कम्पनी जिसका मार्केट कैप 5 हजार करोड़ से कम होता है उसे स्मॉल कैप कम्पनी कहा जाता है । उदाहरण . trident<br /> </p>
<h3>Mid cap</h3>
<p>वह कम्पनी जिसका मार्केट कैप 50 - हजार करोड़ से कम होता है उसे मिड कैप कम्पनी कहा जाता है । उदा . टाटा कम्युनिकेशन Ltd.<br /> </p>
<h3>Large Cap</h3>
<p>वह कंपनी जिसका मार्केट कैप 50 हजार करोड़ से अधिक होता है उसे लार्ज कैप कम्पनी कहा जाता है । उदाहरण : - रिलायंस , टाटा मोटर्स<br /> </p></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/7409431958877276120/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/market-cap-kya-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/7409431958877276120'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/7409431958877276120'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/market-cap-kya-hai.html' title='मार्केट कैप क्या है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-3842564226015133052</id><published>2021-12-17T06:19:00.003-08:00</published><updated>2021-12-23T19:27:15.677-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>शेयर मार्केट में कैंडल कैसे बनती है</title><content type='html'><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><iframe allowfullscreen="" class="BLOG_video_class" height="266" src="https://www.youtube.com/embed/cUumVQ5Sc1I" width="320" youtube-src-id="cUumVQ5Sc1I"></iframe></div><br /></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/3842564226015133052/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-market-me-candle-kaise-banti-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/3842564226015133052'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/3842564226015133052'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-market-me-candle-kaise-banti-hai.html' title='शेयर मार्केट में कैंडल कैसे बनती है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><media:thumbnail xmlns:media="http://search.yahoo.com/mrss/" url="https://img.youtube.com/vi/cUumVQ5Sc1I/default.jpg" height="72" width="72"/><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-9200512110977169432</id><published>2021-12-17T03:08:00.012-08:00</published><updated>2021-12-17T03:13:43.505-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>IPO क्या होता है</title><content type='html'><p>जब कोई कंपनी शेयर मार्केट में पहली बार अपना stock या शेयर उतारती है उसी को सर्वजनिक प्रस्ताव या आईपीओ कहते हैं कोई भी कंपनी अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए अपने इन्वेस्टररो को आमंत्रित करती है और इन्वेस्टररो के माध्यम से पैसा जुटाने का कार्य करती है</p><p><br /></p><p>&nbsp;इसी प्रक्रिया को इनिशियल पब्लिक आफरिंग (IPO) कहते हैं आईपीओ के माध्यम से छोटी- बड़ी कंपनियां अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए रिटेलर शेयर खरीददारों से पैसा जो जुटती है<br /> </p>
<h2>कंपनी IPO कब जारी करती है</h2>
<p>जब किसी कंपनी को अपना काम बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत होती है तो ये आईपीओ जारी किए जाते हैं यह आईपीओ कंपनी उस वक्त भी जारी कर सकती है जब उसके पास पैसे की कमी हो तब कंपनी बाजार से कर्ज लेने की बजाय IPO से पैसा जाती है शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद कंपनी अपने शेयरों को बेचकर पैसे जुटाती है बदले में आईपीओ खरीदने वाले लोगों को कंपनी में हिस्सेदारी मिल जाती है</p><p><br /></p><p>&nbsp;मतलब जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के खरीदे गए हिस्से के मालिक होते हैं उसमें कंपनी के शेयरों की परफॉर्मेंस के बारे में कोई आंकड़े यह जानकारी लोगों के पास नहीं होती है इसलिए इसमें थोड़ा रिस्क भी है&nbsp;<br /> <br /> </p>
<h2>कोई भी कंपनी आईपीओ कैसे जारी करती है</h2>
<p>किसी भी कंपनी के आईपीओ में इन्वेस्ट करने के लिए आपको कंपनी द्वारा जारी किए गए शेयर/ के हिसाब से आपको बोली लगानी होगी और आपके Dmat account वॉलेट का उतना अमाउंट ब्लॉक कर लिया जाएगा आईपीओ ओपन और क्लोजिंग का टाइम फिक्स किया जाता है उसी समय के दौरान आपको आईपीओ के लिए इन्वेस्टमेंट करना है</p><p><br /></p><p>&nbsp;जैसे कि d-mart का आईपीओ आया था जो ₹250 / शेयर का था और शेयर ओपन होते ही ₹500 /शेयर का भाव हो गया आईपीओ के शेयरों की मिनिमम क्वांटिटी निर्धारित कर दी जाती है जैसे कि 500 शेयरों&nbsp;को एक लॉट इसमें आप एक या दो शेयर नहीं खरीद सकते आपको पूरे 500 शेयरों&nbsp;के लिए बोली लगानी होगी और आपका पैसा भी 500 शेयरों&nbsp;के हिसाब से भी होल्ड हो जाएगा</p><p><br /></p><p>&nbsp;आईपीओ की क्लोजिंग डेट के बाद आपको शेयर मिल कि नहीं मिले इसकी सूचना आपको मिल जाएगी और अकाउंट में होल्ड किए हुए पैसे डेबिट हो जाएंगे<br /> </p>
<h2>IPO की लिस्टिंग प्राइस कैसे तय की जाती है</h2>
<p>एक आईपीओ के लिए लिस्टिंग लाभ लिस्टिंग के समय मूल्य निर्धारण और बाजार की स्थितियों DEMAND AUR SUPPLY पर पूरी तरह से निर्भर है<br /> <br /> लिस्टिंग मूल्य प्राप्त किए गए शेयरो के सभी आदेशों को निर्धारित किया जाता है स्टॉक की शुरुआत के समय निष्पादित किए जा सकने वाले ट्रेडो की संख्या को अधिकतम करने के लक्ष्य के साथ।</p>
<h2>आईपीओ प्राइस बैंड किसे कहते हैं</h2>
<p>प्राइस बैंड उस दायरे को कहते हैं जिसके अंदर शेयर जारी किए जाते हैं मान लीजिए प्राइस बैंड 100 से 105 का है और इशू बंद होने पर शेयर की कीमत बंद होने पर 105 तय होती है और ₹105 को कट ऑफ प्राइस कहा जाता है</p><p>&nbsp;अमूमन प्राइस बैंड की उपरी कीमत ही कट ऑफ होती है बैंड प्राइस तय होने के बाद निवेशक किसी भी कीमत के लिए बोली लगा सकते हैं बोली लगाने वाला कट ऑफ बोली भी लगा सकता है इसका मतलब है कि अंतिम रूप से कोई भी कीमत तय की गई हो उस पर जो कीमत तय होती है</p><p>&nbsp;उसी पर शेयर खरीदे जाएंगे बोली के बाद कंपनी एसी कीमत तय करती है जहां उसे लगता है कि उसके सारे शेयर बिक जाएंगे अगर वह कंपनी अपना आईपीओ लती है और निवेशक शेयर नहीं खरीदते हैं तो कंपनी अपना आईपीओ वापस भी ले सकती है हालांकि कितने प्रतिशत शेयर बिकने चाहिए इसको लेकर कोई अलग नियम नहीं है मान लीजिए कोई कंपनी अपने आईपीओ में 100 शेयर लेकर आए लेकिन 200 शेयरों की मांग आ जाती है तो कंपनी सेबी द्वारा तय फार्मूले के हिसाब से शेयर अलाट होते हैं </p>
<h2>IPO में इन्वेस्ट कैसे करें</h2>
<p>जो व्यक्ति पहली बार शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं उनके लिए IPO एक बेहतर विकल्प है अगर आप आईपीओ में इन्वेस्ट करना चाहते हैं इसके लिए आपको डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा यह अकाउंट एचडीएफसी सिक्योरिटीज आईसीआईसीआई डायरेक्ट और भी अन्य ब्रोकर के पास जाकर आप अकाउंट खुलवा सकते हैं&nbsp;</p><p>उसके बाद आपको जिस कंपनी में निवेश करना है उसमें आवेदन करें निवेश के लिए जरूरी रकम आपके डीमैट अकाउंट से लिंक अकाउंट में होनी चाहिए निवेश की रकम तब तक आपके अकाउंट से नहीं काटी जाती जब तक आप को शेयर अलॉट नहीं किए जाते जब कोई कंपनी IPO निकालती है उससे पहले इसका एक समय तय किया जाता है जो 3 से 5 दिन का होता है</p><p>. उसी समय में उस कंपनी का आईपीओ ओपन रहता है जैसे शेयर मार्केट में हम 1 या 2 या अपने मन मुताबिक शेयर खरीदते हैं यहां ऐसा बिल्कुल नहीं होता यह आपको कंपनी द्वारा तय किए गए लोट में शेयर खरीदना होता है यह शेयर की कीमत के हिसाब से&nbsp;10 ,20 ,50&nbsp;,150, 200 या इससे ज्यादा भी हो सकता है यहां आपके 1 शेयर की कीमत भी आप को दिखाई देती है</p>
<h3>डीमैट अकाउंट होना आवश्यक है</h3>
<p>आईपीओ में इन्वेस्ट करने के लिए आपका डिमैट अकाउंट होना आवश्यक है क्योंकि आईपीओ में आपके नाम पर अलार्ट किए गए शेयरों&nbsp;को आपके डीमैट अकाउंट में क्रेडिट किया जाएगा डीमैट अकाउंट के बिना शेयर या आईपीओ में इन्वेस्टमेंट नहीं कर सकते</p>
<h3>आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करते समय कुछ सावधानियां&nbsp;</h3>
<p>यदि आप किसी कंपनी के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करने जा रहे हैं तो कंपनी का बैकग्राउंड चेक करना चाहिए किस सेक्टर की कंपनी है उसकी सालाना इनकम क्या है कंपनी पर कितना लोन है उसका व्यापार कहां कहां है<br /> <br /> आईपीओ में इन्वेस्ट करने के बाद अधिकतर शेयरों में गिरावट देखने को मिली है आईपीओ में इन्वेस्ट करने के बाद आप ने मान लिया ₹250 का किसी कंपनी का शेयर ले लिया लेकिन वह शेयर मार्केट में ट्रेड करते करते हैं ₹200 के आसपास आ जाता है तो बेहतर यह होगा कि जिस कंपनी के आईपीओ में आप पैसा इन्वेस्टमेंट करने जा रहे हैं उस कंपनी का बैकग्राउंड चेक करना चाहिए</p>
</content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/9200512110977169432/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/ipo-kya-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/9200512110977169432'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/9200512110977169432'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/ipo-kya-hai.html' title='IPO क्या होता है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-7795256616631769318</id><published>2021-12-17T02:54:00.007-08:00</published><updated>2021-12-17T02:54:50.899-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Tips"/><title type='text'>शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कितना टैक्स देना होता है</title><content type='html'><p>ब्रोकरेज फर्म एंजल ब्रोकिंग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक ,&nbsp;बाजार से 2 तरह की इनकम , शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स , होती है ।</p><h2 style="text-align: left;">
SHORT TERM CAPITAL GAINS&nbsp;</h2>
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स उसे कहते हैं , जब शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने के 12 महीनों के अंदर बेच दिया जाता है . इससे होने वाली इनकम पर 15 फीसदी की दर से शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स देना होता है . इसमें चाहे आप किसी भी टैक्स स्लैब में आते हो . अगर आपको शॉर्ट टर्म कैपिटल लॉस होता है , तो आप इसे अगले 8 साल तक कैरी फॉर्वर्ड कर सकते हैं।<br />
<br /><h2 style="text-align: left;">
LONG TERM CAPITAL GAINS&nbsp;</h2>
शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है , तो यह लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स के दायरे में आता है . इस हालत में शेयरों की बिक्री करने वाले को इस कमाई पर उसे टैक्स देना पड़ता है . इसमें 10 फीसदी की दर से इनकम टैक्स देना पड़ता है ।<br />
<br />
अगर आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल लॉस होता है तो आप नुकसान को अगले 8 साल कैरी फॉर्वर्ड कर सकते हैं।<!--/data/user/0/com.samsung.android.app.notes/files/clipdata/clipdata_211217_162335_860.sdoc--></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/7795256616631769318/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-market-income-me-kitna-tax.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/7795256616631769318'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/7795256616631769318'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/share-market-income-me-kitna-tax.html' title='शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कितना टैक्स देना होता है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-6254749050250327772</id><published>2021-12-16T23:11:00.002-08:00</published><updated>2021-12-17T03:33:49.341-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Today Share To Buy"/><title type='text'>आज के शेयर | 17 December 2021</title><content type='html'><h2 style="text-align: left;">SUN PHARMA&nbsp;</h2><h3 style="text-align: left;">1st Target:</h3><div>770</div><h3 style="text-align: left;">2nd Target:</h3><div>775</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/6254749050250327772/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/17-december-2021.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6254749050250327772'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6254749050250327772'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/17-december-2021.html' title='आज के शेयर | 17 December 2021'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-611097527009991214</id><published>2021-12-16T18:40:00.005-08:00</published><updated>2021-12-16T18:42:52.530-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>टाईम फ्रेम क्या है ? ट्रेडिंग के लिए कौन सा टाइम फ्रेम यूज करना चाहिए</title><content type='html'><p>ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडर्स चार्ट्स का उपयोग करते है जिसमे शेयर्स के उतार चढ़ाव को देखकर ट्रेड किया जाता है |</p>
<div><br />
<div>&nbsp;चार्ट्स में टाइम फ्रेम 1 sec से कई सालो तक का होता है जिससे शेयर की ग्रोथ का अंदाजा लगाया जा सकता है |</div>
</div>
<div>
<h2>टाइम फ्रेम सिलेक्ट करने से पहले हमें क्या पता होना चाहिए ?</h2>
दोस्तों ट्रेडिंग के लिए टाइमफ्रेम सिलेक्ट करने के लिए सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आपका ट्रेडिंग स्टाइल क्या है<br /> <br /> आपका ट्रेडिंग स्टाइल अगर छोटे समय का है तो आपका टाइम फ्रेम भी कम समय का होगा और अगर आपका ट्रेडिंग स्टाइल लंबे समय का है तो आपका टाइम फ्रेम भी लंबे समय का होगा&nbsp;<br /><br />
<h2>टाइम फ्रेम सेलेक्ट करना कितना आवश्यक है?</h2>
दोस्तों एक सही टाइम फ्रेम चुनना उतना ही आवश्यक है जितना कि सही ट्रेडिंग सेटअप को चुनना क्योंकि अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं और इसके लिए आप डेली चार्ट की टाइमफ्रेम को देख रहे हैं तो आपको इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है</div>
<div>&nbsp;इसी प्रकार अगर आप पोजीशनल ट्रेडिंग करते हैं और आप 5 मिनट या 15 मिनट के टाइम फ्रेम को देख रहे हैं तो भी आपको कोई फायदा नहीं होने वाला है क्योंकि हमें जिस ट्रेडिंग स्टाइल से ट्रेड करना है उसी ट्रेडिंग स्टाइल के हिसाब से टाइमफ्रेम भी सिलेक्ट करना पड़ेगा</div>
<div>&nbsp;दोस्तो टाइमफ्रेम सिलेक्ट करते समय आपको यह पता होना चाहिए कि टाइमफ्रेम आपको ट्रेड लेने से पहले सिलेक्ट करना है <br />
<h2>कौन सा टाइम फ्रेम यूज करना चाहिए</h2>
वैसे तो&nbsp;चार्ट को अपनी सुविधा और अनुभव के आधार पर अलग &ndash; अलग समय चक्र के अनुसार देखा और समझ जाता है।<br /> <br /> किन्तु नए Traders को Stock Market का ज्यादा अनुभव नही होता है इसलिए वो चार्ट को लेकर हमेशा दुविधा में रहते हैं।<br /> <br /> वो ये समझ ही नही पाते हैं कि आखिर Best Trading Chart Time Frame है क्या ?<br /> <br />
<h3>इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम ( Best Trading Chart Time Frame For Intraday In Hindi )</h3>
<br /> किसी भी चार्ट में सबसे पहला एक मिनट का टाइम फ्रेम होता है जिसमे एक इंट्राडे ट्रेडर ब्रेकआउट ( Brakeout ) की स्थिति ढूंढने का प्रयास करता है।<br /> <br /> परन्तु इसमे बहुत ज्यादा शुद्धता नही होती है क्योंकि एक मिनट मे बनने वाले&nbsp;चार्ट पैटर्न से केवल किसी स्टॉक की क्षणिक स्थिति ही पता चलती है इसलिए एक मिनट के टाइम फ्रेम पर ट्रेडिंग करना उचित नही होता है।<br /> <br /> इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए पांच से पंद्रह मिनट का टाइम फ्रेम बेस्ट चार्ट टाइम फ्रेम होता है।<br /> <br /> <br /> बहुत सारे ट्रेडर पांच मिनट का टाइम फ्रेम प्रयोग करते हैं तथा बाजार के क्षणिक उतार &ndash; चढ़ाव से ही अपना प्रॉफिट बनाने का प्रयास करते हैं।<br /> <br /> जो अनुभवी ट्रेडर होते हैं वो अतिशीघ्र ही विश्लेषण करके अनुमान लगा लेते हैं कि अगले 5 या 10 मिनट मे इस स्टॉक की क्या चाल होगी।<br /> <br />
<h4>नए ट्रेडर कौन सा टाइम फ्रेम उपयोग करे</h4>
नए ट्रेडरों के लिए इतनी जल्दी सटीक अनुमान लगा पाना काफी कठिन होता है, क्योंकि पांच मिनट के टाइम फ्रेम में मार्केट में जितनी शीघ्रता से घुसना होता है उतनी ही शीघ्रता से बाहर भी निकलना होता है।<br /> <br /> अनुभवी ट्रेडरों के लिए तो ये सब करना बहुत आसान होता है परन्तु नए ट्रेडरों के लिए इतनी शीघ्रता से निर्णय लेना आसान नही होता है।<br /> <br /> अतः नए ट्रेडर को शुरुआत में पांच मिनट के टाइम फ्रेम में ट्रेडिंग करने से बचना चाहिये ये उनके लिए घातक हो सकता है।<br /> <br /> हाँ जब ट्रेडिंग का अनुभव आ जाये तब वो आराम से पांच मिनट के टाइम फ्रेम में ट्रेडिंग करके प्रॉफिट बना सकते हैं।<br /> <br /> <br />
<h3>स्विंग ट्रेडिंग ( Swing Trading ) के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम</h3>
यदि हम स्विंग ट्रेडिंग करते हैं तो इसके लिए आधे घण्टे या एक घण्टे के टाइम फ्रेम का प्रयोग कर सकते हैं।<br /> <br /> बहुत से इंट्राडे ट्रेडर भी आधे घंटे के टाइम फ्रेम को देखते हैं, क्योंकि चार्ट टाइम फ्रेम जितना बड़ा होगा उसके संकेत भी उतने ही सटीक होंगे।<br /> <br /> किसी स्टॉक का सही ट्रेंड बड़े टाइम फ्रेम से ही सटीक पता चलता है।&nbsp;जो&nbsp;Trend आपको बड़े टाइम फ्रेम में दिखेगा वही Trend छोटे चार्ट टाइम फ्रेम में भी होगा।<br /> <br /> उदाहरण के लिए यदि आधे घण्टे के टाइम फ्रेम में कोई स्टॉक तेजी दर्शा रहा है तो पांच मिनट के टाइम फ्रेम में भी वो तेजी ही दिखाएगा।<br /> <br />
<h3>पोर्टफोलियो (Portfolio) के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम</h3>
जब लॉंग टर्म के लिए ट्रेडिंग की जाती है तो डेली ( Daily) या साप्ताहिक ( Weekly) चार्ट टाइम फ्रेम में विश्लेषण किया जाता है।<br /> <br /> यदि लंबे समय तक निवेश के लिए कोई स्टॉक लेना हो तो मासिक और वार्षिक चार्ट टाइम फ्रेम भी देखा जाता है।<br /> <br /> परन्तु जब हम काफी लम्बे समय के लिए कोई स्टॉक खरीदते है तो वहाँ&nbsp;तकनीकी विश्लेषण के साथ &ndash; साथ फंडामेंटल ( Fundamental) की भी जांच की जाती है,<br /> <br /> इसके अतिरिक्त कम्पनी की बैलेंसशीट ( Balance sheet), Turnover तथा अन्य कई चीजों का भी गहनता से परीक्षण किया जाता है।<br /> <br />
<h3>स्कल्पिग ट्रेडिंग करने के लिए टाइम फ्रेम क्या होना चाहिए</h3>
<br /> अगर आप स्कल्पिन ट्रेडिंग करते हैं तो आप 1 मिनट या 2 मिनट की टाइम फ्रेम का उपयोग करेंगे तो आपको बाजार से अच्छे रिजल्ट मिल सकते हैं&nbsp;<br /> <br /> </div>
</content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/611097527009991214/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/time-frame-kya-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/611097527009991214'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/611097527009991214'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/time-frame-kya-hai.html' title='टाईम फ्रेम क्या है ? ट्रेडिंग के लिए कौन सा टाइम फ्रेम यूज करना चाहिए'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-6323738539991484100</id><published>2021-12-16T18:13:00.004-08:00</published><updated>2021-12-16T18:14:29.850-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>स्ट्राइक प्राइस क्या होता है</title><content type='html'><div>स्ट्राइक प्राइस एक निर्धारित मूल्य है जिस पर एक डेरिवेटिव अनुबंध खरीदा या बेचा जा सकता है जब इसका प्रयोग किया जाता है।&nbsp; कॉल विकल्पों के लिए, स्ट्राइक मूल्य वह है जहां विकल्प धारक द्वारा सुरक्षा खरीदी जा सकती है;&nbsp; पुट विकल्प के लिए, स्ट्राइक मूल्य वह मूल्य है जिस पर प्रतिभूति बेची जा सकती है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;स्ट्राइक मूल्य को व्यायाम मूल्य के रूप में भी जाना जाता है।</div><div><br /></div><div><br /></div><div>&nbsp;स्ट्राइक प्राइस वह कीमत है जिस पर डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट खरीदा या बेचा जा सकता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;किसी डेरिवेटिव का मूल्य उसकी अंतर्निहित परिसंपत्ति पर आधारित होता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;स्ट्राइक मूल्य, जिसे व्यायाम मूल्य के रूप में भी जाना जाता है, विकल्प मूल्य का प्रमुख निर्धारक है।</div><div><br /></div><h2 style="text-align: left;">&nbsp;स्ट्राइक कीमतों को समझना</h2><div>&nbsp;स्ट्राइक कीमतों का उपयोग डेरिवेटिव (मुख्य रूप से विकल्प) ट्रेडिंग में किया जाता है।&nbsp; डेरिवेटिव वित्तीय उत्पाद होते हैं जिनका मूल्य अंतर्निहित परिसंपत्ति पर आधारित (व्युत्पन्न) होता है, आमतौर पर एक अन्य वित्तीय साधन।&nbsp; स्ट्राइक मूल्य कॉल और पुट ऑप्शन का एक प्रमुख चर है।&nbsp; उदाहरण के लिए, कॉल ऑप्शन के खरीदार को भविष्य में निर्दिष्ट स्ट्राइक मूल्य पर अंतर्निहित सुरक्षा खरीदने का अधिकार होगा, लेकिन दायित्व नहीं।</div><div><br /></div><div>&nbsp;इसी तरह, पुट ऑप्शन के खरीदार के पास भविष्य में उस अंडरलाइंग को स्ट्राइक प्राइस पर बेचने का अधिकार होगा, लेकिन दायित्व नहीं।</div><div><br /></div><div>&nbsp;स्ट्राइक या व्यायाम मूल्य विकल्प मूल्य का सबसे महत्वपूर्ण निर्धारक है।&nbsp; जब अनुबंध पहली बार लिखा जाता है तो स्ट्राइक मूल्य स्थापित होते हैं।&nbsp; यह निवेशक को बताता है कि पैसे में विकल्प (आईटीएम) से पहले अंतर्निहित परिसंपत्ति को किस कीमत तक पहुंचना चाहिए।</div><div><br /></div><div>&nbsp;स्ट्राइक मूल्य मानकीकृत हैं, जिसका अर्थ है कि वे निश्चित डॉलर राशि पर हैं, जैसे $31, $32, $33, $100, $105, और इसी तरह।&nbsp; उनके पास $2.50 अंतराल भी हो सकते हैं, जैसे $12.50, $15.00, और $17.50।&nbsp; स्ट्राइक के बीच की दूरी को स्ट्राइक चौड़ाई के रूप में जाना जाता है।</div><div><br /></div><div><br /></div><div><h2 style="text-align: left;">इन द मनी बनाम आउट ऑफ द मनी</h2><div>&nbsp;विकल्प ट्रेडिंग में, "इन द मनी" (आईटीएम) और "आउट ऑफ द मनी" (ओटीएम) के बीच का अंतर अंतर्निहित स्टॉक के बाजार मूल्य के सापेक्ष स्ट्राइक प्राइस की स्थिति का मामला है, जिसे इसकी मनीनेस कहा जाता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;एक आईटीएम विकल्प स्ट्राइक मूल्य वाला एक विकल्प है जो पहले से ही मौजूदा स्टॉक मूल्य से आगे निकल चुका है।&nbsp; एक ओटीएम विकल्प वह होता है जिसकी स्ट्राइक कीमत होती है जो अंतर्निहित सुरक्षा तक नहीं पहुंचती है, जिसका अर्थ है कि विकल्प का कोई आंतरिक मूल्य नहीं है।</div><div><br /></div><div><ol style="text-align: left;"><li>&nbsp;ऑप्शन ट्रेडिंग में, "इन द मनी" (आईटीएम) और "आउट ऑफ द मनी" (ओटीएम) के बीच का अंतर अंतर्निहित स्टॉक के बाजार मूल्य के सापेक्ष स्ट्राइक प्राइस की स्थिति का मामला है, जिसे इसकी मनीनेस कहा जाता है।</li><li>&nbsp;क्योंकि आईटीएम विकल्पों का आंतरिक मूल्य होता है और एक ही श्रृंखला में ओटीएम विकल्पों की तुलना में अधिक कीमत होती है, और तुरंत प्रयोग किया जा सकता है।</li><li>&nbsp;ओटीएम आईटीएम विकल्पों की तुलना में लगभग हमेशा कम खर्चीला होता है, जो उन्हें कम पूंजी वाले व्यापारियों के लिए अधिक वांछनीय बनाता है।</li><li>&nbsp;ओटीएम विकल्प आमतौर पर कवर्ड कॉल्स या प्रोटेक्टिव पुट जैसी रणनीतियों के लिए अधिक कारोबार करते हैं।</li></ol></div><div><br /></div><h3 style="text-align: left;">&nbsp;इन द मनी</h3><div>&nbsp;आईटीएम विकल्पों के अपने उपयोग हैं।&nbsp; उदाहरण के लिए, एक व्यापारी अपनी स्थिति को हेज या आंशिक रूप से हेज करना चाह सकता है।&nbsp; वे एक ऐसा विकल्प भी खरीदना चाह सकते हैं जिसमें कुछ आंतरिक मूल्य हों, न कि केवल समय मूल्य।&nbsp; चूंकि आईटीएम विकल्पों में आंतरिक मूल्य होता है और एक ही श्रृंखला में ओटीएम विकल्पों की तुलना में अधिक कीमत होती है, इसलिए मूल्य चाल (%) अपेक्षाकृत कम होती है।&nbsp; इसका मतलब यह नहीं है कि आईटीएम विकल्प में बड़ी कीमत नहीं होगी, वे कर सकते हैं और कर सकते हैं, लेकिन, ओटीएम विकल्पों की तुलना में, प्रतिशत चालें छोटी होती हैं।</div><div><br /></div><div><br /></div><div><br /></div><div>&nbsp;कुछ रणनीतियाँ ITM विकल्पों के लिए कॉल करती हैं, जबकि अन्य OTM विकल्पों के लिए कॉल करती हैं, और कभी-कभी दोनों।&nbsp; एक दूसरे से बेहतर नहीं है;&nbsp; यह केवल इस बात पर निर्भर करता है कि विचाराधीन रणनीति के लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है।</div><div><br /></div><h4 style="text-align: left;">&nbsp;कॉल</h4><div>&nbsp;कॉल विकल्प विकल्प खरीदार को स्ट्राइक मूल्य पर शेयर खरीदने का अधिकार देता है यदि ऐसा करना फायदेमंद होता है।&nbsp; इसलिए, मनी कॉल ऑप्शन में, वह है जिसका स्ट्राइक मूल्य मौजूदा स्टॉक मूल्य से कम है।&nbsp; उदाहरण के लिए, 132.50 डॉलर के स्ट्राइक मूल्य वाले कॉल विकल्प को आईटीएम माना जाएगा यदि अंतर्निहित स्टॉक का मूल्य 135 डॉलर प्रति शेयर है क्योंकि स्ट्राइक मूल्य पहले ही पार हो चुका है।&nbsp; 135 डॉलर से अधिक के स्ट्राइक मूल्य वाले कॉल विकल्प को ओटीएम माना जाएगा क्योंकि स्टॉक अभी तक इस स्तर तक नहीं पहुंचा है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;$135 पर स्टॉक ट्रेडिंग के मामले में, और $132.50 के विकल्प स्ट्राइक के मामले में, विकल्प में $2.50 मूल्य का आंतरिक मूल्य होगा, लेकिन विकल्प को खरीदने के लिए $5 का खर्च हो सकता है।&nbsp; इसकी कीमत $ 5 है क्योंकि आंतरिक मूल्य का $ 2.50 है और शेष विकल्प लागत, जिसे प्रीमियम कहा जाता है, समय मूल्य से बना है।&nbsp; आप समय मूल्य के लिए अधिक भुगतान करते हैं विकल्प समाप्ति से आगे है क्योंकि अधिक संभावना है कि अंतर्निहित स्टॉक मूल्य समाप्ति से पहले आगे बढ़ेगा, जो विकल्प खरीदार को अवसर प्रदान करता है और विकल्प लेखक को जोखिम देता है जिसके लिए उन्हें मुआवजा देने की आवश्यकता होती है।</div><div><br /></div><h4 style="text-align: left;">&nbsp;Put option</h4><div>&nbsp;पुट ऑप्शंस व्यापारियों द्वारा खरीदे जाते हैं जो मानते हैं कि स्टॉक की कीमत नीचे जाएगी।&nbsp; इसलिए आईटीएम पुट ऑप्शंस वे होते हैं जिनकी स्ट्राइक कीमत मौजूदा स्टॉक मूल्य से अधिक होती है।&nbsp; 75 डॉलर के स्ट्राइक मूल्य के साथ एक पुट विकल्प को पैसे में माना जाता है यदि अंतर्निहित स्टॉक का मूल्य $ 72 है क्योंकि स्टॉक की कीमत पहले ही स्ट्राइक से नीचे चली गई है।&nbsp; यदि अंतर्निहित स्टॉक 80 डॉलर पर कारोबार कर रहा है तो वही पुट ऑप्शन पैसे से बाहर हो जाएगा।</div><div><br /></div><div>&nbsp;आम तौर पर, पुट ऑप्शन की कीमत एक्सपायरी से बहुत दूर बढ़ जाती है, क्योंकि ऊपर चर्चा की गई टाइम वैल्यू इश्यू है।</div><div><br /></div><h3 style="text-align: left;">&nbsp;आउट ऑफ द मनी</h3><div>&nbsp;पैसे में या पैसे से बाहर के विकल्पों में दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं।&nbsp; एक दूसरे से बेहतर नहीं है।&nbsp; इसके बजाय, एक विकल्प श्रृंखला में विभिन्न स्ट्राइक मूल्य सभी प्रकार के व्यापारियों और विकल्प रणनीतियों को समायोजित करते हैं।</div><div><br /></div><div>&nbsp;जब आईटीएम या ओटीएम विकल्प खरीदने की बात आती है, तो चुनाव आपके अंतर्निहित सुरक्षा, वित्तीय स्थिति और आप क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, के लिए आपके दृष्टिकोण पर निर्भर करता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;ओटीएम विकल्प आईटीएम विकल्पों की तुलना में कम खर्चीले होते हैं, जो बदले में उन्हें कम पूंजी वाले व्यापारियों के लिए अधिक वांछनीय बनाता है।&nbsp; हालांकि, शू-स्ट्रिंग बजट पर ट्रेडिंग की सलाह नहीं दी जाती है।&nbsp; ओटीएम विकल्पों के कुछ उपयोगों में विकल्प खरीदना शामिल है यदि आप स्टॉक में बड़े कदम की उम्मीद करते हैं।&nbsp; चूंकि ओटीएम विकल्पों में आईटीएम विकल्पों की तुलना में कम अग्रिम लागत (कोई आंतरिक मूल्य नहीं) है, इसलिए ओटीएम विकल्प खरीदना एक उचित विकल्प है।&nbsp; यदि कोई स्टॉक वर्तमान में $ 100 पर ट्रेड करता है, तो आप $ 102.50 की स्ट्राइक के साथ एक OTM कॉल विकल्प खरीद सकते हैं, यदि उन्हें लगता है कि स्टॉक $ 102.50 से ऊपर अच्छी तरह से बढ़ जाएगा।</div><div><br /></div><div>&nbsp;ओटीएम विकल्प अक्सर आईटीएम विकल्पों की तुलना में बड़े प्रतिशत लाभ/हानि का अनुभव करते हैं।&nbsp; चूंकि ओटीएम विकल्पों की कीमत कम होती है, इसलिए उनकी कीमत में एक छोटा सा बदलाव बड़े प्रतिशत रिटर्न और अस्थिरता में तब्दील हो सकता है।&nbsp; उदाहरण के लिए, एक ओटीएम कॉल विकल्प की कीमत को एक ट्रेडिंग दिन के दौरान $0.10 से $0.15 तक उछालते हुए देखना असामान्य नहीं है, जो कि 50 प्रतिशत मूल्य परिवर्तन के बराबर है।</div></div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/6323738539991484100/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/what-is-strike-price-hindi.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6323738539991484100'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6323738539991484100'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/what-is-strike-price-hindi.html' title='स्ट्राइक प्राइस क्या होता है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-5879617162850680371</id><published>2021-12-16T17:36:00.004-08:00</published><updated>2021-12-16T17:37:10.998-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>ऑप्शंस और फ्यूचर्स ट्रेंडिंग में क्या अंतर है?</title><content type='html'><div>एक विकल्प अनुबंध (options contract ) एक निवेशक को किसी भी समय एक विशिष्ट कीमत पर शेयर खरीदने (या बेचने) का अधिकार देता है, लेकिन दायित्व (obligation) नहीं, जब तक कि अनुबंध प्रभावी है।&nbsp; इसके विपरीत, एक वायदा अनुबंध (futures contract) के लिए एक खरीदार को शेयरों को खरीदने की आवश्यकता होती है- और एक विक्रेता को उन्हें बेचने के लिए - एक विशिष्ट भविष्य की तारीख पर, जब तक कि धारक की स्थिति समाप्ति तिथि से पहले बंद न हो जाए।</div><div><br /></div><div>&nbsp;विकल्प और वायदा दोनों वित्तीय उत्पाद (financial products) हैं जिनका उपयोग निवेशक पैसा बनाने या मौजूदा निवेश को हेज करने के लिए कर सकते हैं।&nbsp; एक विकल्प और भविष्य दोनों एक निवेशक को एक विशिष्ट तिथि तक एक विशिष्ट मूल्य पर एक निवेश खरीदने की अनुमति देते हैं।&nbsp; लेकिन इन दोनों उत्पादों के बाजार उनके काम करने के तरीके और निवेशक के लिए कितने जोखिम भरे हैं, इसमें बहुत भिन्न हैं।</div><div><br /></div><div>&nbsp;विकल्प और वायदा समान व्यापारिक उत्पाद हैं जो निवेशकों को पैसा बनाने और मौजूदा निवेश को हेज करने का मौका प्रदान करते हैं।</div><div><br /></div><div>&nbsp;एक विकल्प खरीदार को अनुबंध के जीवन के दौरान किसी भी समय एक विशिष्ट कीमत पर एक संपत्ति खरीदने (या बेचने) का अधिकार देता है, लेकिन दायित्व (obligation) नहीं।</div><div><br /></div><div>&nbsp;एक वायदा अनुबंध (futures contract) खरीदार को एक विशिष्ट संपत्ति खरीदने का दायित्व (obligation) देता है, और विक्रेता उस संपत्ति को एक विशिष्ट भविष्य की तारीख में बेचने और वितरित करने के लिए देता है जब तक कि धारक की स्थिति समाप्ति से पहले बंद नहीं हो जाती।</div><h2 style="text-align: left;">&nbsp;ऑप्शंस और फ्यूचर्स में क्या अंतर है?</h2><h3 style="text-align: left;">&nbsp;फ्यूचर्स</h3><div>&nbsp;फ़्यूचर्स अनुबंध बाद की तारीख में सहमत मूल्य पर किसी संपत्ति को बेचने या खरीदने का दायित्व (obligation) है।&nbsp; वायदा अनुबंध (futures contract) एक सच्चा बचाव निवेश है और जब मकई या तेल जैसी वस्तुओं के संदर्भ में विचार किया जाता है तो इसे सबसे अधिक समझा जा सकता है।&nbsp; उदाहरण के लिए, एक किसान फसल की डिलीवरी से पहले बाजार की कीमतों में गिरावट के मामले में एक स्वीकार्य मूल्य को अग्रिम रूप से लॉक करना चाहता है।&nbsp; अगर फसल की डिलीवरी के समय तक कीमतें बढ़ जाती हैं, तो खरीदार भी कीमत को अग्रिम रूप से लॉक करना चाहता है।</div><div><br /></div><h4 style="text-align: left;">&nbsp;उदाहरण</h4><div>&nbsp;आइए एक उदाहरण के साथ प्रदर्शित करते हैं।&nbsp; मान लें कि दो व्यापारी मकई के वायदा अनुबंध (futures contract) पर $50 प्रति बुशल मूल्य के लिए सहमत हैं।&nbsp; यदि मकई की कीमत 55 डॉलर तक बढ़ जाती है, तो अनुबंध का खरीदार प्रति बैरल 5 डॉलर कमाता है।&nbsp; दूसरी ओर, विक्रेता बेहतर सौदे पर हार जाता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;वायदा के लिए बाजार तेल और मकई से काफी आगे बढ़ गया है।&nbsp; स्टॉक फ्यूचर्स को व्यक्तिगत स्टॉक पर या एसएंडपी 500 जैसे इंडेक्स पर खरीदा जा सकता है। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के खरीदार को अनुबंध की पूरी राशि का अग्रिम भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है।&nbsp; शुरुआती मार्जिन कहे जाने वाले मूल्य का एक प्रतिशत भुगतान किया जाता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;उदाहरण के लिए, एक तेल वायदा अनुबंध (futures contract) 1,000 बैरल तेल के लिए है।&nbsp; $100 पर एक तेल वायदा अनुबंध (futures contract) खरीदने का अनुबंध $100,000 के समझौते के बराबर का प्रतिनिधित्व करता है।&nbsp; खरीदार को अनुबंध के लिए कई हजार डॉलर का भुगतान करने की आवश्यकता हो सकती है और यदि बाजार की दिशा में यह दांव गलत साबित होता है तो अधिक भुगतान करना पड़ सकता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;फ्यूचर्स का आविष्कार संस्थागत खरीदारों के लिए किया गया था।&nbsp; ये डीलर वास्तव में रिफाइनर को बेचने के लिए कच्चे तेल के बैरल या सुपरमार्केट वितरकों को बेचने के लिए टन मकई का कब्जा लेने का इरादा रखते हैं।</div><div><br /></div><h4 style="text-align: left;">&nbsp;फ्यूचर्स कौन ट्रेड करता है?</h4><div>&nbsp;फ्यूचर्स का आविष्कार संस्थागत खरीदारों के लिए किया गया था।&nbsp; ये डीलर वास्तव में रिफाइनर को बेचने के लिए कच्चे तेल के बैरल या सुपरमार्केट वितरकों को बेचने के लिए टन मकई का कब्जा लेने का इरादा रखते हैं।&nbsp; अग्रिम में मूल्य निर्धारित करना अनुबंध के दोनों पक्षों के व्यवसायों को बड़े मूल्य झूलों के प्रति कम संवेदनशील बनाता है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;खुदरा खरीदार, हालांकि, अंतर्निहित सुरक्षा की कीमत दिशा पर दांव के रूप में वायदा अनुबंध (futures contract) खरीदते और बेचते हैं।&nbsp; वे वायदा कीमतों में बदलाव, ऊपर या नीचे से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं।&nbsp; वे वास्तव में किसी भी उत्पाद पर कब्जा करने का इरादा नहीं रखते हैं।</div><div><br /></div><div><br /></div><div>&nbsp;वायदा कारोबार के घंटे स्टॉक और विकल्प बाजारों से भिन्न हो सकते हैं।&nbsp; सामान्य व्यापारिक घंटे अक्सर 9:30 पूर्वाह्न - 1:20 अपराह्न ईएसटी होते हैं, जिसमें सीएमई के ग्लोबेक्स प्लेटफॉर्म पर शाम 7 बजे से 7:45 बजे तक इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग होती है।&nbsp; कुछ वायदा उत्पाद ग्लोबेक्स पर चौबीसों घंटे व्यापार करते हैं।</div><div><br /></div><h4 style="text-align: left;">&nbsp;मुख्य अंतर</h4><div>&nbsp;ऊपर बताए गए मतभेदों के अलावा, अन्य चीजें हैं जो विकल्प और वायदा दोनों को अलग करती हैं।&nbsp; इन दो वित्तीय साधनों के बीच कुछ अन्य प्रमुख अंतर यहां दिए गए हैं।&nbsp; विकल्पों के साथ लाभ के अवसरों के बावजूद, निवेशकों को उनसे जुड़े जोखिमों से सावधान रहना चाहिए।</div><div><br /></div><h3 style="text-align: left;">&nbsp;विकल्प</h3><div>&nbsp;क्योंकि वे काफी जटिल होते हैं, विकल्प अनुबंध (options contract ) जोखिम भरे होते हैं।&nbsp; कॉल और पुट ऑप्शन दोनों आम तौर पर समान जोखिम के साथ आते हैं।&nbsp; जब कोई निवेशक स्टॉक विकल्प खरीदता है, तो अनुबंध की खरीद के समय केवल वित्तीय देयता प्रीमियम की लागत होती है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;हालांकि, जब कोई विक्रेता एक पुट विकल्प खोलता है, तो उस विक्रेता को स्टॉक की अंतर्निहित कीमत की अधिकतम देयता का सामना करना पड़ता है।&nbsp; यदि कोई पुट विकल्प खरीदार को स्टॉक को $50 प्रति शेयर पर बेचने का अधिकार देता है, लेकिन स्टॉक $ 10 तक गिर जाता है, तो अनुबंध शुरू करने वाले व्यक्ति को अनुबंध के मूल्य के लिए स्टॉक खरीदने के लिए सहमत होना चाहिए, या $50 प्रति शेयर।</div><div><br /></div><div>&nbsp;कॉल विकल्प के खरीदार के लिए जोखिम अग्रिम भुगतान किए गए प्रीमियम तक सीमित है।&nbsp; यह प्रीमियम अनुबंध के पूरे जीवन में बढ़ता और गिरता है।&nbsp; यह कई कारकों पर आधारित है, जिसमें मौजूदा अंतर्निहित सुरक्षा की कीमत से स्ट्राइक मूल्य कितना दूर है और साथ ही अनुबंध पर कितना समय रहता है।&nbsp; इस प्रीमियम का भुगतान उस निवेशक को किया जाता है जिसने पुट ऑप्शन खोला, जिसे ऑप्शन राइटर भी कहा जाता है।</div><div><br /></div><h4 style="text-align: left;">&nbsp;विकल्प लेखक</h4><div>&nbsp;विकल्प लेखक व्यापार के दूसरी तरफ है।&nbsp; इस निवेशक के पास असीमित जोखिम है।&nbsp; ऊपर के उदाहरण में मान लें कि स्टॉक $100 तक जाता है।&nbsp; विकल्प लेखक को शेयरों को 100 डॉलर प्रति शेयर पर खरीदने के लिए मजबूर किया जाएगा ताकि उन्हें कॉल खरीदार को 50 डॉलर प्रति शेयर पर बेचा जा सके।&nbsp; एक छोटे से प्रीमियम के बदले में, विकल्प लेखक को प्रति शेयर $50 का नुकसान हो रहा है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;या तो विकल्प खरीदार या विकल्प लेखक कॉल विकल्प खरीदकर किसी भी समय अपनी स्थिति बंद कर सकते हैं, जो उन्हें वापस फ्लैट में लाता है।&nbsp; लाभ या हानि प्राप्त प्रीमियम और विकल्प को वापस खरीदने या व्यापार से बाहर निकलने की लागत के बीच का अंतर है।</div><div>&nbsp;</div><h2 style="text-align: left;">&nbsp;विकल्प और वायदा के उदाहरण</h2><h3 style="text-align: left;">&nbsp;विकल्प</h3><div>&nbsp;मामलों को जटिल बनाने के लिए, वायदा पर विकल्प खरीदे और बेचे जाते हैं।&nbsp; लेकिन यह विकल्प और वायदा के बीच के अंतर के उदाहरण के लिए अनुमति देता है।&nbsp; इस उदाहरण में, शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज (सीएमई) पर सोने के लिए एक विकल्प अनुबंध (options contract ) की अंतर्निहित संपत्ति एक COMEX सोना वायदा अनुबंध (futures contract) है।</div><div><br /></div><div>&nbsp;एक विकल्प निवेशक फरवरी 2019 में समाप्त होने वाले $ 1,600 के स्ट्राइक मूल्य के साथ $ 2.60 प्रति अनुबंध के प्रीमियम के लिए कॉल विकल्प खरीद सकता है। इस कॉल के धारक के पास सोने पर एक तेजी से दृष्टिकोण है और जब तक अंतर्निहित सोने की वायदा स्थिति को ग्रहण करने का अधिकार है।&nbsp; 22 फरवरी, 2019 को बाजार बंद होने के बाद विकल्प समाप्त हो जाता है। यदि सोने की कीमत 1,600 डॉलर के स्ट्राइक मूल्य से ऊपर उठती है, तो निवेशक वायदा अनुबंध (futures contract) खरीदने के अधिकार का प्रयोग करेगा।&nbsp; अन्यथा, निवेशक विकल्प अनुबंध (options contract ) को समाप्त होने की अनुमति देगा।&nbsp; अधिकतम नुकसान अनुबंध के लिए चुकाया गया $2.60 प्रीमियम है।</div><div><br /></div><h3 style="text-align: left;">&nbsp;भविष्य अनुबंध</h3><div>&nbsp;इसके बजाय निवेशक सोने पर वायदा अनुबंध (futures contract) खरीदने का फैसला कर सकता है।&nbsp; एक वायदा अनुबंध (futures contract) में इसकी अंतर्निहित परिसंपत्ति के रूप में 100 ट्रॉय औंस सोना होता है।&nbsp; इसका मतलब है कि खरीदार वायदा अनुबंध (futures contract) में निर्दिष्ट डिलीवरी तिथि पर विक्रेता से 100 ट्रॉय औंस सोना स्वीकार करने के लिए बाध्य है।&nbsp; यह मानते हुए कि व्यापारी को वास्तव में सोने के मालिक होने में कोई दिलचस्पी नहीं है, अनुबंध को डिलीवरी की तारीख से पहले बेच दिया जाएगा या एक नए वायदा अनुबंध (futures contract) पर ले जाया जाएगा।</div><div><br /></div><div>&nbsp;जैसे ही सोने की कीमत बढ़ती या गिरती है, लाभ या हानि की राशि प्रत्येक कारोबारी दिन के अंत में निवेशक के खाते में जमा या डेबिट की जाती है।&nbsp; यदि बाजार में सोने की कीमत उस अनुबंध मूल्य से कम हो जाती है जिसके लिए खरीदार सहमत था, तो वायदा खरीदार अभी भी विक्रेता को डिलीवरी की तारीख पर उच्च अनुबंध मूल्य का भुगतान करने के लिए बाध्य है।</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/5879617162850680371/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/difference-between-options-and-futures.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/5879617162850680371'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/5879617162850680371'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/difference-between-options-and-futures.html' title='ऑप्शंस और फ्यूचर्स ट्रेंडिंग में क्या अंतर है?'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-6590442215939074195</id><published>2021-12-15T18:41:00.019-08:00</published><updated>2021-12-15T18:55:46.019-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>लिवरेज (Leverage) क्या है ?</title><content type='html'><p>लिवरेज शब्द की उत्पत्ति लीवर शब्द से हुई है। लीवर से आशय उस स्थिति से है जिसके द्वारा कम से कम बल लगाकर अधिक से अधिक कार्य किया जा सके।</p>
<div>
<h2>Share Market में leverage क्या होता है</h2>
<div>&nbsp;वित्तीय प्रबंध के अंतर्गत लिवरेज से आशय वित्तीय लिवरेज से है अर्थात् वित्तीय मामलों से संबंधित अध्ययन किया जाता है, वित्तीय लिवरेज कहलाता है।
<div>वित्तीय लिवरेज का आशय उस स्थिति से है जिसके अंतर्गत सामान्य पूंजी कम मात्रा मे प्रयोग की जाती है तथा ऋण पूंजी व पूर्वाधिकार पूंजी अधिक मात्रा मे प्रयोग की जाती है।</div>
<h3>शेयर मार्केट लेवरेज उदाहरण</h3>
<div>उदाहरण के लिए, एक आवासीय संपत्ति के लिए, वित्त प्रदाता, उधार दे सकता है, कह सकता है, संपत्ति के बाजार मूल्य का 80%, एक वाणिज्यिक संपत्ति के लिए यह 70% हो सकता है, जबकि शेयरों पर यह 60% या कोई भी उधार दे सकता है। कुछ अस्थिर शेयरों पर।</div><div>
<h2 style="text-align: left;"><strong>लीवरेज के प्रकार: विशेषताएं, संगणना, गणना और अनुप्रयोग के साथ&nbsp;</strong></h2>
<h3 style="text-align: left;"><strong>1. ऑपरेटिंग लीवरेज</strong><strong>:</strong></h3>
<p>ऑपरेटिंग लीवरेज किसी कंपनी की लागत संरचना में निश्चित परिचालन लागतों की उपस्थिति के कारण उत्पन्न होता है। ऑपरेटिंग लीवरेज ऑपरेटिंग प्रॉफिट पर बिक्री में परिवर्तन के प्रभाव को बढ़ाने के लिए निश्चित परिचालन लागत का उपयोग है। इस प्रकार, ऑपरेटिंग लीवरेज का तात्पर्य है कि एक ही दिशा में कंपनी के परिचालन लाभ (आय से पहले के ब्याज और करों या EBIT) में आनुपातिक परिवर्तन से अधिक बिक्री परिणामों में % परिवर्तन।</p>
<div>
<p><br /></p>
</div>
<p>ऑपरेटिंग लीवरेज बिक्री में किसी परिवर्तन के लिए कंपनी की परिचालन आय की संवेदनशीलता को मापता है। एक कंपनी के पास ऑपरेटिंग लीवरेज नहीं होगा यदि उसके पास कोई निश्चित परिचालन लागत नहीं है। एक ही समय में निर्धारित परिचालन लागत जितनी अधिक होगी, उच्चतर परिचालन लाभ होगा।</p>
<p>ऑपरेटिंग लीवरेज का संबंध किसी कंपनी के पूंजीगत बजट निर्णय से होता है। इसका कारण यह है कि अचल संपत्तियां निश्चित परिचालन लागतों को जन्म देती हैं जो बदले में परिचालन लाभ का परिणाम है।</p>
<p>ऑपरेटिंग लीवरेज 'ऑपरेटिंग रिस्क' को जन्म देता है। ऑपरेटिंग रिस्क या बिजनेस रिस्क फिक्स्ड ऑपरेटिंग लागतों को पूरा करने में सक्षम नहीं होने का जोखिम है। ऑपरेटिंग लागत जितनी अधिक होगी, उच्च परिचालन लाभ होगा और उच्चतर व्यवसाय का परिचालन जोखिम होगा।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>ऑपरेटिंग लीवरेज की विशेषताएं</strong><strong>:</strong></h4>
<p><strong>ऑपरेटिंग लीवरेज की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:</strong></p>
<p>मैं। यह निश्चित परिचालन लागत या किसी कंपनी की अचल संपत्तियों से संबंधित है।</p>
<p>ii। यह बिक्री राजस्व और परिचालन लाभ के बीच संबंधों को मापता है।</p>
<p>iii। यह एक व्यवसाय में परिचालन जोखिम या व्यावसायिक जोखिम को जन्म देता है।</p>
<p>iv। यह एक विनिर्माण कंपनी में एक ट्रेडिंग कंपनी की तुलना में स्थिर परिचालन लागत की बड़ी मात्रा में होता है जिसमें अचल संपत्तियों की मात्रा कम होती है।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>ऑपरेटिंग लीवरेज की गणना</strong><strong>:</strong></h4><p><a name="bookmark49"></a></p>
<p>ऑपरेटिंग लीवरेज (डीओएल) की डिग्री एक कंपनी के परिचालन लाभ (ईबीआईटी) में प्रतिशत परिवर्तन है जिसके परिणामस्वरूप बिक्री में प्रतिशत परिवर्तन होता है।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>इसलिए, ऑपरेटिंग लीवरेज की डिग्री (डीओएल) की गणना नीचे दी जा सकती है:</strong></h4>
<p><a href="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image009-5.jpg"><img alt="" border="0" height="134" src="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image009_thumb-2.jpg" title="" width="240" /></a></p>
<p><a href="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image010-6.jpg"><img alt="" border="0" height="111" src="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image010_thumb-3.jpg" title="" width="336" /></a></p>
<p>मैं। निश्चित परिचालन लागत वे परिचालन लागतें हैं जो आउटपुट से स्वतंत्र हैं। ये लागत उत्पादन और बिक्री के आंकड़ों के बावजूद लगातार बनी हुई हैं। उदाहरण हैं- किराए पर लेना, मूल्यह्रास आदि। परिवर्तनीय लागत ऐसी लागतें हैं जो आउटपुट के साथ आनुपातिक रूप से भिन्न होती हैं। उदाहरण - मजदूरी, उपयोगिताएँ, सामग्री आदि।</p>
<p>ii। अंशदान = बिक्री राजस्व - परिवर्तनीय लागत।</p>
<p>iii। ब्याज और कर से पहले की कमाई (EBIT) = योगदान - निश्चित परिचालन लागत।<a name="bookmark51"></a></p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>ऑपरेटिंग लीवरेज की व्याख्या:</strong></h4>
<p>1. यदि DOL = 1 है तो बिक्री में दिए गए % परिवर्तन के परिणामस्वरूप उसी दिशा में परिचालन लाभ में % परिवर्तन होगा अर्थात बिक्री में 1% की वृद्धि के परिणामस्वरूप परिचालन लाभ में 1% वृद्धि होगी। इसी तरह 196 की कमी है बिक्री के परिणामस्वरूप ऑपरेटिंग लाभ में 1% की कमी होगी। इस तरह के एक मामले में प्रभावी रूप से कोई खुली छूट नहीं है।</p>
<p>2. किसी कंपनी का ऑपरेटिंग लीवरेज तभी होना चाहिए जब उसका योगदान मार्जिन उसके तय परिचालन लागत से अधिक हो। अन्यथा यह कंपनी को और अधिक नुकसान पहुंचाएगा।</p>
<p>3. यदि DOL&gt; 1 उदाहरण के लिए यदि DOL = 1.5 है, तो बिक्री में 1% वृद्धि के परिणामस्वरूप परिचालन लाभ में 1.5% वृद्धि होगी। इसी तरह 1% की कमी से बिक्री होती है, जिसके परिणामस्वरूप परिचालन लाभ में 1.5% की कमी होती है। इस मामले में OPERATING LEVERAGE है। डीओएल का मूल्य जितना अधिक होगा, उच्चतर परिचालन लाभ होगा।</p>
<p>4. ऑपरेटिंग लीवरेज अनुकूल है जब बिक्री बढ़ रही है क्योंकि तब परिचालन लाभ अधिक अनुपात से बढ़ेगा। ऑपरेटिंग लीवरेज तब प्रतिकूल होता है जब बिक्री कम हो जाती है क्योंकि तब ऑपरेटिंग प्रॉफिट अधिक अनुपात से घट जाएगा।</p>
<p>5. जब दो या दो से अधिक कंपनियों की तुलना की जाती है, तो सबसे अधिक DOL वाली कंपनी वह कंपनी होती है जिसके मुनाफे में बिक्री में बदलाव के लिए सबसे अधिक "संवेदनशील" होते हैं।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>परिचालन जोखिम (या व्यावसायिक जोखिम):</strong></h4>
<p>ऑपरेटिंग जोखिम, मूल्यह्रास, किराए आदि जैसे निश्चित परिचालन लागतों को पूरा न कर पाने का जोखिम है। यह जोखिम अचल संपत्तियों की राशि का एक कार्य है जिसमें निश्चित परिचालन लागत शामिल होती है। किसी कंपनी की लागत संरचना में निश्चित ऑपरेटिंग लागत का अनुपात जितना अधिक होगा, उच्च परिचालन जोखिम होगा।</p>
<p>परिचालन जोखिम को बिक्री में परिवर्तन के कारण परिचालन लाभ (EBIT) में परिवर्तनशीलता के रूप में भी परिभाषित किया गया है। इसलिए ऑपरेटिंग लीवरेज और ऑपरेटिंग जोखिम के बीच एक सकारात्मक संबंध है। ऑपरेटिंग लीवरेज जितना अधिक होगा, किसी कंपनी का परिचालन जोखिम उतना ही अधिक होगा।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>ऑपरेटिंग लीवरेज का महत्व</strong><strong>:</strong></h4>
<p>यदि किसी कंपनी के पास ऑपरेटिंग लीवरेज की उच्च डिग्री है, तो बिक्री के स्तर में एक छोटे से बदलाव का भी उसी दिशा में EBIT पर काफी अधिक प्रभाव पड़ेगा। बिक्री में थोड़ी वृद्धि परिचालन लाभ (EBIT) में काफी वृद्धि करेगी। इसी समय, बिक्री में थोड़ी कमी भी परिचालन लाभ (EBIT) को काफी कम कर देगी।</p>
<p>इसलिए, किसी कंपनी को हमेशा उच्च परिचालन लाभ उठाने से बचने की कोशिश करनी चाहिए अगर वह अपनी बिक्री की स्थिरता के बारे में सुनिश्चित नहीं है। यदि बिक्री में उतार-चढ़ाव हो रहा है और अत्यधिक कमजोर है तो एक उच्च डीओएल स्थिति एक अत्यधिक जोखिम भरा प्रस्ताव है।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>ऑपरेटिंग लीवरेज के अनुप्रयोग</strong><strong>:</strong></h4><p><a name="bookmark54"></a></p>
<p><strong>ऑपरेटिंग लीवरेज का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाता है:</strong></p>
<p>मैं। निवेश परियोजनाओं के चयन के लिए - निवेश परियोजनाओं का चयन करते समय एक कंपनी को सावधान रहना चाहिए। एक कंपनी को कम परिचालन लाभ के साथ एक परियोजना का चयन करना चाहिए यदि अन्य सभी चीजें समान रहें।</p>
<p>ii। ऑपरेटिंग लीवरेज लंबी अवधि के लाभ की योजना बनाने और बजट बनाने के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि परिचालन लाभ पर बिक्री राजस्व में बदलाव के प्रभाव को आसानी से गणना की जा सकती है।</p>
<p>iii। डीओएल किसी कंपनी के ऑपरेटिंग या बिजनेस रिस्क को इंगित करता है - बिजनेस रिस्क फिक्स्ड ऑपरेटिंग कॉस्ट दायित्वों को पूरा करने में सक्षम नहीं होने का जोखिम है। इसे कंपनी के परिचालन लाभ (EBIT) की परिवर्तनशीलता के रूप में मापा जा सकता है। परिचालन लाभ में परिवर्तनशीलता के मुख्य स्रोतों में से एक बिक्री में परिवर्तन है जो ऑपरेटिंग लीवरेज की डिग्री द्वारा बहुत अच्छी तरह से कब्जा कर लिया गया है। इसलिए ऑपरेटिंग लीवरेज की डिग्री एक तरह से कंपनी के ऑपरेटिंग रिस्क या बिजनेस रिस्क लेवल को दर्शाती है। DOL जितना अधिक होगा व्यवसाय जोखिम उतना अधिक होगा।</p>
<p>iv। पूंजी संरचना निर्णय यानी ऋण और इक्विटी पूंजी का मिश्रण, कंपनी के परिचालन उत्तोलन से भी प्रभावित होता है। आम तौर पर जब ऑपरेटिंग लीवरेज अधिक होता है, तो कंपनियों को ऋण के अत्यधिक उपयोग से बचना चाहिए।</p>
<h3 style="text-align: left;"><strong>2. वित्तीय उत्तोलन</strong><strong>:</strong></h3>
<p>वित्तीय प्रबंधन में एक अन्य प्रकार का उत्तोलन 'वित्तीय उत्तोलन' है। किसी कंपनी की लागत संरचना में निश्चित वित्तीय लागतों (जैसे ब्याज) की उपस्थिति के कारण वित्तीय लाभ होता है। वित्तीय उत्तोलन प्रति शेयर आय (ईपीएस) पर परिचालन लाभ (ईबीआईटी) में परिवर्तन के प्रभाव को बढ़ाने के लिए निश्चित वित्तीय लागतों का उपयोग है। इस प्रकार, वित्तीय उत्तोलन का अर्थ है कि EBIT में दिया गया % परिवर्तन उसी दिशा में कंपनी के EPS (प्रति शेयर आय) में आनुपातिक परिवर्तन से अधिक होता है।</p>
<p>वित्तीय उत्तोलन किसी कंपनी के ईपीएस की संवेदनशीलता को उसके परिचालन लाभ (EBIT) में दिए गए बदलाव को मापता है। एक कंपनी के पास वित्तीय उत्तोलन नहीं होगा यदि उसके पास कोई निश्चित वित्तीय लागत नहीं है। एक ही समय में निश्चित वित्तीय लागत जितनी अधिक होगी, उतनी ही अधिक वित्तीय लीवरेज होगी। किसी कंपनी की पूंजी संरचना में ऋण पूंजी के उपयोग से निश्चित वित्तीय लागतें होती हैं।</p>
<p>इसलिए वित्तीय उत्तोलन का संबंध किसी कंपनी के पूंजी संरचना निर्णय से है। ऐसा इसलिए है क्योंकि डेट कैपिटल फिक्स्ड फाइनेंशियल कॉस्ट को जन्म देती है, जिसके परिणामस्वरूप फाइनेंशियल लीवरेज हो जाता है।</p>
<p>वित्तीय उत्तोलन 'वित्तीय जोखिम' को जन्म देता है। वित्तीय जोखिम ब्याज जैसे नियत वित्तीय लागतों को पूरा करने में सक्षम नहीं होने का जोखिम है और इसलिए यह एक कंपनी को दिवालियापन में मजबूर कर सकता है। निश्चित वित्तीय लागत जितनी अधिक होगी, वित्तीय लीवरेज उतना ही अधिक होगा और उच्चतर वित्तीय आर होगा<a name="bookmark56"></a>व्यापार का isk।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>वित्तीय उत्तोलन की विशेषताएं:</strong></h4>
<p><strong>वित्तीय उत्तोलन की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:</strong></p>
<p>मैं। इसका संबंध किसी कंपनी की निश्चित वित्तीय लागत या ऋण पूंजी से है।</p>
<p>ii। यह परिचालन लाभ (ईबीआईटी) और प्रति शेयर आय (ईपीएस) के बीच संबंध को मापता है।</p>
<p>iii। यह एक व्यवसाय में वित्तीय जोखिम को जन्म देता है।</p>
<p>iv। यह उच्च मात्रा में ऋण का उपयोग करने वाली कंपनी में अधिक है।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>वित्तीय उत्तोलन की गणना:</strong></h4>
<p>वित्तीय उत्तोलन (डीएफएल) की डिग्री ब्याज और करों (ईबीआईटी) से पहले परिचालन आय या आय में एक निश्चित प्रतिशत परिवर्तन के लिए ईपीएस में प्रतिशत परिवर्तन को मापती है।</p>
<p><a href="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image011-3.jpg"><img alt="" border="0" height="93" src="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image011_thumb-1.jpg" title="" width="384" /></a></p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>जब कोई डिविडेंड डिविडेंड नहीं है तो डीएफएल की गणना के लिए निम्न फॉर्मूला का भी इस्तेमाल किया जा सकता है:</strong></h4>
<p><a href="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image012-5.jpg"><img alt="" border="0" height="121" src="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image012_thumb-2.jpg" title="" width="432" /></a></p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>महत्वपूर्ण लेख:</strong></h4>
<p>हालांकि जब वरीयता लाभांश भी होता है, तो पहले सूत्र का उपयोग करना बेहतर होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ब्याज व्यय कर कटौती योग्य हैं, लेकिन वरीयता लाभांश प्रकृति में कर कटौती योग्य नहीं है। इसलिए इक्विटी शेयरधारकों के लिए उपलब्ध आय वरीयता लाभांश की राशि से कम हो जाती है जो कि तय होती है।</p>
<p>मैं। फिक्स्ड फाइनेंशियल कॉस्ट वे फाइनेंशियल कॉस्ट हैं, जिन्हें लाभ या हानि की राशि के बावजूद भुगतान किया जाना है। ये लागत परिचालन लाभ की मात्रा के बावजूद लगातार बनी हुई है। उदाहरण बांड और डिबेंचर पर ब्याज, बैंक ऋण पर ब्याज आदि हैं।</p>
<p>ii। EBIT = बिक्री राजस्व - परिवर्तनीय लागत - निश्चित परिचालन लागत।</p>
<p>iii। कर से पहले की कमाई (EBT) = EBIT - ब्याज। ईबीटी को टैक्स (पीबीटी) से पहले लाभ के रूप में भी जाना जाता है।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>वित्तीय उत्तोलन की व्याख्या:</strong></h4>
<p>1. यदि DFL = 1 तब EBIT में दिए गए % परिवर्तन के परिणामस्वरूप EPS में उसी दिशा में % परिवर्तन हो जाएगा अर्थात EBIT में 1 % वृद्धि के परिणामस्वरूप EPS में 1% वृद्धि हो जाएगी। इसी तरह 1% की कमी ईबीआईटी के परिणामस्वरूप EPS में 1% की कमी होगी। ऐसे मामले में प्रभावी रूप से कोई वित्तीय लाभ नहीं है।</p>
<p>2. किसी कंपनी के पास वित्तीय उत्तोलन तभी होना चाहिए जब उसका परिचालन लाभ उसकी ब्याज लागतों से अधिक हो। अन्यथा यह कंपनी के ईपीएस को अधिक नुकसान पहुंचाएगा।</p>
<p>3. यदि DFL&gt; 1, उदाहरण के लिए यदि DFL = 1.5 तो EBIT में 1% की वृद्धि के परिणामस्वरूप EPS में 1.5% वृद्धि होगी। इसी तरह 1% की कमी ईबीटी के परिणामस्वरूप ईपीएस में 1.5% की कमी होगी। ऐसे मामले में वित्तीय स्थिति है।</p>
<p>4. DFL का मूल्य जितना अधिक होगा, वित्तीय लाभ उतना ही अधिक होगा।</p>
<p>5. ऑपरेटिंग प्रॉफिट बढ़ने पर फाइनेंशियल लीवरेज अनुकूल है क्योंकि तब ईपीएस अधिक अनुपात में बढ़ेगा। वित्तीय लाभ प्रतिकूल है जब परिचालन लाभ कम हो रहा है क्योंकि तब ईपीएस उच्च अनुपात से कम हो जाएगा।</p>
<p>6. जब दो या दो से अधिक कंपनियों की तुलना की जाती है, तो सबसे अधिक डीएफएल वाली कंपनी ईपीएस कंपनी होती है, जो परिचालन मुनाफे में बदलाव के लिए सबसे "संवेदनशील" होती है।</p>
<p>7. किसी कंपनी को उच्च वित्तीय उत्तोलन का उपयोग करना चाहिए यदि उसका आरओआई ऋण की लागत से अधिक है। उस स्थिति में ईपीएस पर प्रभाव बढ़ाया जाएगा।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>वित्तीय जोखिम:</strong></h4>
<p>वित्तीय जोखिम ऋण पर ब्याज के भुगतान जैसे निश्चित वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में सक्षम नहीं होने का जोखिम है। यह जोखिम लंबी अवधि के ऋण की सापेक्ष राशि का एक कार्य है जो एक कंपनी अपनी संपत्ति का वित्तपोषण करने के लिए उपयोग करती है।</p>
<p>किसी कंपनी के कुल पूँजीकरण में ऋण पूँजी का अनुपात जितना अधिक होगा, उतनी ही वित्तीय उत्तोलन की डिग्री होगी और उतनी ही अधिक मात्रा में उस ऋण पूँजी की सेवा न कर पाने की सम्भावना होगी, जिसका अर्थ है उच्च वित्तीय जोखिम ।</p>
<p>इसलिए वित्तीय लाभ और वित्तीय जोखिम के बीच एक सकारात्मक संबंध है।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>वित्तीय उत्तोलन का आवेदन</strong><strong>:</strong></h4><p><a name="bookmark58"></a></p>
<p>वित्तीय उत्तोलन एक कंपनी के पूंजी संरचना निर्णय से निकलता है। एक वित्त प्रबंधक यह तय कर सकता है कि कंपनी को अधिक वित्तीय लाभ का उपयोग करना चाहिए या नहीं। यह तय करने के लिए कि पूंजी संरचना में ऋण का आगे उपयोग करना है या नहीं, वित्त प्रबंधक को कंपनी के औसत रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट (आरओआई) के साथ ऋण वित्तपोषण की लागत की तुलना करनी चाहिए।</p>
<p><strong>मैं। यदि ROI&gt; ऋण की लागत:</strong></p>
<p>इसका तात्पर्य यह है कि कंपनी अपनी निवेशित ऋण पूंजी पर प्रतिफल अर्जित करेगी जो उन ऋण निधियों की लागत से अधिक है। इसलिए, ऋण के उपयोग से शेयरधारकों को सकारात्मक शुद्ध लाभ होगा और इसलिए अधिक ऋण को नियोजित किया जाना चाहिए। इस स्थिति को अनुकूल वित्तीय उत्तोलन या इक्विटी पर ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है।</p>
<p><strong>ii। यदि आरओआई = ऋण की लागत:</strong></p>
<p>इसका तात्पर्य यह है कि कंपनी ऋण पर प्रतिफल अर्जित करेगी जो उन ऋण निधियों की लागत के बराबर है। इसलिए, ऋण के उपयोग से शेयरधारकों को कोई अतिरिक्त शुद्ध लाभ नहीं मिलेगा। इसके बजाय अधिक ऋण का उपयोग केवल वित्तीय जोखिम को बढ़ाएगा। इसलिए, अधिक लीवरेज का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।</p>
<p><strong>iii। यदि आरओआई &lt;ऋण की लागत:</strong></p>
<p>इसका तात्पर्य यह है कि कंपनी निवेशित ऋण पूंजी पर प्रतिफल अर्जित करेगी जो उन ऋण निधियों की लागत से कम है। इसलिए, ऋण के उपयोग से कंपनी को शुद्ध नुकसान होगा और इक्विटी शेयरधारकों को आय घट जाएगी। तो इस मामले में, कंपनी को और अधिक ऋण का उपयोग नहीं करना चाहिए।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>वित्तीय उत्तोलन का महत्व:</strong></h4>
<p>मैं। यदि कंपनी का परिचालन लाभ बढ़ रहा है तो वित्तीय उत्तोलन ईपीएस में आनुपातिक वृद्धि से अधिक होता है। यह इक्विटी शेयरधारकों को अतिरिक्त लाभ प्रदान करता है। हालाँकि, यह EBIT में गिरावट आने पर EPS में कई गुना गिरावट का कारण बन सकता है। इसलिए, विवेकपूर्ण तरीके से वित्तीय उत्तोलन का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।</p>
<p>ii। ऋण इक्विटी और वरीयता पूंजी की तुलना में धन का एक सस्ता स्रोत है। इसलिए, अधिक ऋण का उपयोग कंपनी की पूंजी (WACC) की समग्र या भारित औसत लागत को कम करता है। यह शेयरधारकों के धन अधिकतमकरण के उद्देश्य में योगदान देता है।</p>
<p>iii। अधिकांश कंपनियां WACC का उपयोग पूंजीगत बजट निर्णयों में छूट दर के रूप में करती हैं। वित्तीय उत्तोलन के उपयोग के कारण WACC में कमी का मतलब है कि अधिक परियोजनाएँ लाभदायक होंगी और उनका चयन किया जा सकता है।</p>
<h3 style="text-align: left;"><strong>3. संयुक्त उत्तोलन</strong><strong>:</strong></h3>
<p>ऑपरेटिंग लीवरेज कंपनी के व्यापार जोखिम के बारे में बताते हैं जबकि वित्तीय उत्तोलन कंपनी के वित्तीय जोखिम से संबंधित है। लेकिन एक कंपनी के लिए जो मायने रखता है वह है उसका 'टोटल रिस्क'। किसी कंपनी का कुल जोखिम कंपनी के 'संयुक्त उत्तोलन' द्वारा कब्जा कर लिया जाता है। इसलिए, संयुक्त उत्तोलन एक कंपनी के कुल जोखिम का एक उपाय है। ऑपरेटिंग लीवरेज EBIT पर बिक्री राजस्व में परिवर्तन के प्रभाव को दिखाता है और वित्तीय उत्तोलन ईपीएस पर EBIT में परिवर्तन का प्रभाव दिखाता है।</p>
<p>इसलिए, ऑपरेटिंग लीवरेज और फाइनेंशियल लीवरेज दोनों वाली कंपनी को अपने ईपीएस पर बिक्री राजस्व में बदलाव के प्रभाव को देखना होगा। संयुक्त उत्तोलन किसी कंपनी के ईपीएस पर बिक्री राजस्व में परिवर्तन के प्रभाव को दर्शाता है। संयुक्त उत्तोलन की गणना परिचालन उत्तोलन और वित्तीय उत्तोलन के गुणन के रूप में की जाती है।</p>
<p><a href="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image013-3.jpg"><img alt="" border="0" height="146" src="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image013_thumb-1.jpg" title="" width="384" /></a><a name="bookmark61"></a></p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>संयुक्त उत्तोलन की व्याख्या:</strong></h4>
<p>मैं। यदि DCL = 1 है तो कंपनी का कोई संयुक्त जोखिम नहीं है।</p>
<p>ii। यदि DCL&gt; 1 है तो संयुक्त जोखिम है। आइए हम मान लें कि DCL = 2.25 तो इसका मतलब है कि बिक्री राजस्व में 1% वृद्धि या कमी के परिणामस्वरूप कंपनी के EPS में 2.25% की वृद्धि या कमी होगी। सामान्यीकृत तरीके से हम कह सकते हैं कि यदि DCL = K तब सेल्स में X% की वृद्धि या कमी के साथ EPS में क्रमशः K * X% वृद्धि या कमी का उत्पादन करेगा। उदाहरण के लिए - यदि DCL = 4, तो बिक्री में 1% की वृद्धि के परिणामस्वरूप EPS में 4% वृद्धि होगी।</p>
<p>iii। DCL किसी कंपनी के कुल या संयुक्त जोखिम को मापता है। कुल या संयुक्त कंपनी जोखिम ईपीएस में परिवर्तनशीलता है। कुल कंपनी जोखिम = व्यवसाय जोखिम एक्स वित्तीय जोखिम। इस प्रकार एक कंपनी में जोखिम प्रकृति में गुणात्मक है और न कि additive है।</p>
<p>iv। संयुक्त उत्तोलन या संयुक्त जोखिम का प्रबंधन परिचालन उत्तोलन और वित्तीय उत्तोलन के प्रबंधन द्वारा किया जा सकता है। यदि किसी कंपनी के पास उच्च परिचालन लाभ है, तो उसे कम वित्तीय लाभ का उपयोग करना चाहिए ताकि संयुक्त उत्तोलन कई गुना बढ़ न जाए। यदि किसी कंपनी का परिचालन लाभ कम है तो वह उच्च वित्तीय लाभ उठा सकती है।</p>
<p>v। डीसीएल के अपेक्षाकृत उच्च स्तर वाली एक कंपनी को कम संयुक्त उत्तोलन वाली कंपनी की तुलना में जोखिमपूर्ण के रूप में देखा जाता है, क्योंकि उच्च डीसीएल का मतलब कंपनी के लिए अधिक निश्चित लागत है।</p>
<h4 style="text-align: left;"><strong>संयुक्त उत्तोलन पर परिचालन और वित्तीय उत्तोलन के विभिन्न संयोजनों का प्रभाव तालिका में दिखाया गया है:</strong></h4>
<p><a href="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image014-3.jpg"><img alt="" border="0" height="149" src="https://www.businessmanagementideas.com/wp-content/uploads/2019/01/clip_image014_thumb-1.jpg" title="" width="480" /></a></p>
<h2 style="text-align: left;">उत्तोलक का स्तर भी दो प्रकार का होता है --</h2>
<p>उच्च स्तर एवं निम्न स्तर। यदि संस्था में स्थायी लागतें पूंजी परिवर्तनशील लागत पूंजी से अधिक है तब हम कहेंगे कि संस्था में उच्च स्तर का वित्तीय उत्तोलक विद्यमान है। इसके विपरीत यदि परिवर्तनशील लागत पूंजी का अनुपात स्थायी लागत पूंजी से अधिक है तब निम्न स्तर का वित्तीय उत्तोलक होगा।</p>
<p>उत्तोलन निवेश या परियोजना को शुरू करने के लिए ऋण (उधार ली गई पूंजी) का उपयोग है।</p>
<p>लीवरेज एक ऐसी तकनीक है जो निवेशक लाभ या हानि को बढ़ाती है।&nbsp;leverage कितना ज्यादा है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसका उपयोग क्या होता है, जिम्मेदारी का उपयोग करते समय लीवरेज एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है। निवेशक और कंपनियां विस्तार, बचाव और अनुमान लगाने के लिए लीवरेज का उपयोग करती है। लेकिन अधिकतर अपने धन खोने या दिवालियापन में जा सकते हैं।</p>
</div>
</div>
</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/6590442215939074195/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/leverage-kya-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6590442215939074195'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6590442215939074195'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/leverage-kya-hai.html' title='लिवरेज (Leverage) क्या है ?'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-5341978956610034401</id><published>2021-12-14T18:30:00.003-08:00</published><updated>2021-12-14T18:43:13.019-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Basics Of Share Market In Hindi"/><title type='text'>भारत में कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं</title><content type='html'><h2 style="text-align: left;">स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है&nbsp;</h2>शेयर-बाज़ार स्थान जहाँ कंपनी के शेयर ख़रीदे-बेचे जाते हैं उसे स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता हैं&nbsp;<div><br /></div><div><h2 style="text-align: left;">भारतीय स्टॉक एक्सचेंज कितने है</h2><div>भारत में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं, जिससे लोग सेंसेक्स या शेयर बाजार समझते हैं, उसका नाम इस प्रकार है।&nbsp;</div><div><br /></div><div><ol style="text-align: left;"><li><a href="https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/sensex-kya-hai-in-hindi.html">मुंबई स्टॉक एक्सचेंज</a>, मुंबई (BSE)</li><li><a href="https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/nifty-kya-hai.html">नेशनल स्टॉक एक्सचेंज</a>, मुंबई (NSE)</li></ol></div><div><br /></div><div><br /></div></div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/5341978956610034401/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/indian-stock-exchange-kitne-aur-kaun-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/5341978956610034401'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/5341978956610034401'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/indian-stock-exchange-kitne-aur-kaun-hai.html' title='भारत में कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-8642833638766952418</id><published>2021-12-14T18:02:00.005-08:00</published><updated>2021-12-14T18:52:14.477-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Basics Of Share Market In Hindi"/><title type='text'>शेयर मार्केट सेंसेक्स क्या है</title><content type='html'><h2 style="text-align: left;">BSE क्या है</h2><div>बीएसई लिमिटेड, जिसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के रूप में भी जाना जाता है, मुंबई में दलाल स्ट्रीट पर स्थित एक भारतीय स्टॉक एक्सचेंज है। <br />
<br />
राजस्थानी जैन व्यवसायी, कपास व्यापारी प्रेमचंद रॉयचंद द्वारा 1875 में स्थापित, यह एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, और दुनिया में दसवां सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है।&nbsp;</div><div>&nbsp; <br /><ul style="text-align: left;"><li><b>मार्केट कैप</b>: ₹255.003 ट्रिलियन (US$3.4 ट्रिलियन) (सितंबर 2021) </li><li><b>
स्थान</b>: मुंबई, भारत </li><li><b>
स्थापित</b>: 9 जुलाई 1875; 146 साल पहले </li><li><b>
लिस्टिंग की संख्या</b>: 5,439 </li><li><b>
सूचकांक (Indices) </b>: बीएसई सेंसेक्स (BSE SENSEX); एसएंडपी बीएसई स्मॉलकैप (S&amp;P BSE Smallcap; एसएंडपी बीएसई मिडकैप (S&amp;P BSE MidCap); एसएंडपी बीएसई लार्जकैप(S&amp;P BSE LargeCap); बीएसई 500(BSE 500)</li></ul></div><div><h2 style="text-align: left;">सेंसेक्स क्या है</h2>
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक को सेंसेक्स कहते हैं जो 30 कम्पनियाँ के शेयरों के सूचकांक से बना है</div><div><br /><div>फुल फॉर्म of Sensex is Sensitive Index।&nbsp;<br />
<br />
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज, एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है जिसकी स्थापना 1875 में हुआ था। जबकि भारत सरकार से मान्यता Securities Contract Regulation Act के तहत 31अगस्त 1957 में मिला था।&nbsp;<br />
<br />
वर्ष 1978-79 को आधारवर्ष माना जाता है। उस समय सेंसेक्स का आधार मूल्य मात्र 100 रुपये था। सेंसेक्स की रचना 1986 में हुआ था।&nbsp;<br />
<br />
14 मार्च, 1995 में ओटोमेटेड ट्रेडिंग सिस्टम का शुरुआत हुआ था। उसी दिन से निवेशकों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग करना शुरु किया था।</div></div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/8642833638766952418/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/sensex-kya-hai-in-hindi.html#comment-form' title='2 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/8642833638766952418'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/8642833638766952418'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/sensex-kya-hai-in-hindi.html' title='शेयर मार्केट सेंसेक्स क्या है'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>2</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-9070288826157047803</id><published>2021-12-14T00:09:00.002-08:00</published><updated>2021-12-14T00:13:42.121-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Biography"/><title type='text'>Rakesh Jhunjhunwala : इनके शेयर खरीदने, बेचने से हिल जाता है शेयर मार्केट</title><content type='html'><p>स्टॉक मार्केट हर किसी के बस की बात नहीं और ना हि ये कोई बच्चे का खेल है। मगर एक शख्स ऐसा है जिसके किसी कंपनी के शेयर खरीदते या बेचते ही शेयर मार्केट हिल जाता है।</p>
<div><a href="https://wikibio-in.cdn.ampproject.org/ii/AW/s/wikibio.in/wp-content/uploads/2020/12/Rakesh-Jhunjhunwala-profile.jpg"><img title="Rakesh Jhunjhunwala" src="https://wikibio-in.cdn.ampproject.org/ii/AW/s/wikibio.in/wp-content/uploads/2020/12/Rakesh-Jhunjhunwala-profile.jpg" alt="Rakesh Jhunjhunwala" border="0" data-original-height="641" data-original-width="600" /></a></div>
<div><br />
<div>&nbsp;कहा जाता है कि अगर ये शख्स किसी कंपनी के शेयर खरीद ले तो समझ लीजिए कि वो कंपनी मुनाफे में जाने वाली है। इस शख्स के शेयर खरीदने और बेचने पर कंपनी की वेल्यू बढ़ती यी घटती है। ये शख्सीयत कोई और नहीं खुद शेयर मार्केट के बादशाह, भारत के वॉरेन बफेट के नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला हैं।<br /> <br />
<h2>पर्सनल जानकारी</h2>
<div>जन्म : 5 जुलाई 1960 को मारवाड़ी परिवार में जन्में। पिता पेशे से इनकम टेक्स ऑफिसर थे।&nbsp;<br /> पेशा : Rare Enterprises के मालिक, निवेशक, व्यापारी और फिल्म निर्माता<br /> जीवनसाथी : रेखा झुनझुनवाला <br /> संतान : 3 ( 2 लड़के , 1 लड़की )<br />
<div><a href="https://wikibio-in.cdn.ampproject.org/ii/AW/s/wikibio.in/wp-content/uploads/2020/12/Rakesh-Jhunjhunwala-with-his-family.jpg"><img title="Rakesh Jhunjhunwala hindi" src="https://wikibio-in.cdn.ampproject.org/ii/AW/s/wikibio.in/wp-content/uploads/2020/12/Rakesh-Jhunjhunwala-with-his-family.jpg" alt="Rakesh Jhunjhunwala hindi" border="0" data-original-height="419" data-original-width="800" /></a></div>
<br />
<h2>पढ़ाई</h2>
सिडनहैम कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री ली। ग्रेजुएशन करने के बाद पिता से शियर मार्केट में उतरने की इच्छा जताई तो पिता ये कहकर मना कर दिया की जाओ पहले प्रोफेशनल डिग्री कंपलीट करो। इसके बाद उन्होने आईसीएआई से सीए की डिग्री के लिए एनरोल किया।<br /> <br />
<h2>सबसे पहला इन्वेस्टमेंट</h2>
झुनझुनवाला ने सबसे पहले टाटा टी में पैसे लगाए थे। 1985 में उन्होंने सबसे पहले शेयर टाटा टी के खरीदे। उन्होंने टाटा का एक शेयर 43 रुपये में खरीदा था। 1986 में ठीक एक साल बाद झुनझुनवाला ने टाटा टी के अपने पांच हजार शेयर बेचें और 5 लाख का मुनाफा कमाया। उन्होंने 43 रुपये में खरीदा एक शेयर 143 रुपये में बेचा था।<br /><br /> <br />
<h2>सफलता</h2>
अगले 30 सालों में राकेश झुनझुनवाला ने अपनी समझ और सूझ बूझ के चलते 5000 रुपये को 5 हजार करोड़ में बदल डाला। हजारों करोड़ की संपत्ती के चलते फोर्बस मैगजीन ने राकेश झुनझुनाला को सोल 2002 में भारत के 50 सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में रखा था।<br /> <br />
<h2>राय</h2>
राकेश युवा शेयर होल्डर से कहते हैं कि पैसा जरूरत है , लेकिन पैसा सबकुछ नहीं, स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने के लिए समझ औऱ धीरज बहुत जरूरी है।</div>
</div>
</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/9070288826157047803/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/rakesh-jhunjhunwala.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/9070288826157047803'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/9070288826157047803'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/rakesh-jhunjhunwala.html' title='Rakesh Jhunjhunwala : इनके शेयर खरीदने, बेचने से हिल जाता है शेयर मार्केट'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-3214577428178648097</id><published>2021-12-13T23:23:00.026-08:00</published><updated>2021-12-15T04:16:33.450-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Basics Of Share Market In Hindi"/><title type='text'>पेपर ट्रेडिंग क्या है </title><content type='html'><p>शेयर बाजार बहोत अनिश्चिता से भरा हुआ है। इस काम को सीखने के लिए आपको कम से कम 2 से 3 साल की मेहनत करनी होगी । अगर आप बिना मेहनत करे जाऍंगे तो आपको बहोत पैसों का नुकसान होगा । जोकि लगभग 98% ट्रेडर्स को होता है ।&nbsp;</p>
<h2>पेपर ट्रेडिंग क्या होता है</h2>
<p>आपके मन मे सबाल होगा कि आप बिना पैसा खर्च करे कैसे शिख सकते है । <br /> <br /> ऐसा संभव है इसको आप&nbsp;पेपर ट्रेडिंग&nbsp;से कर सकते है ।<br /> <br /> इसमे आप एक सॉफ्टवेर प्लेटफार्म मिलता है जिसमे आपको शेयर बाजार जैसा माहौल मिलता है । इसमे आप वर्चुअल पैसा लगा सकते जो कि असली नहीं होता ।<br /> <br /> इस प्लेटफार्म में शेयर को खरीद कर ट्रेडिंग सीख सकते है । इसमे आप असली शेयर नहीं खरीद सकते है ।<br /><br /> <br /> इसमे आप इंट्राडे ,फ्यूचर Future ट्रेडिंग,&nbsp;ऑप्शन ट्रेडिंग और ऐसी बहुत सी ट्रेडिंग कर सकते है। <br /><br /> <br /> इसमे ट्रेड करने से आपको बहोत सारे ट्रेडिंग गलती के बारे में पता चलेगा । जिस को आप रणनीति के आधार पर समझ सकते है ।</p>
<h2>कब&nbsp;पेपर ट्रेडिंग सुरु करना चाहिए</h2>
<p>जब आप ट्रेडिंग से पैसा कमाने का सोच रहे हो तब से पेपर ट्रेडिंग सुरु कर देना चाहिए । <br /> <br /> अगर आप पेपर trading नहीं करंगे तो शेयर बाजार में कंगाल बन सकते है ।</p>
<h2>पेपर ट्रेडिंग के फायदे क्या है</h2>
<div>
<ol>
<li>बिना पैसा खर्च किये ट्रेडिंग सीख सकते है&nbsp;</li>
<li>आप जितना शेयर ख़रीद और बिक्री कर सकते है&nbsp;</li>
<li>इसमे आप बिना मानसिक चिंता के ट्रेडिंग कर सकते है&nbsp;</li>
<li>उससे आप बिना जोखिम के ट्रेडिंग कर सकते है&nbsp;</li>
<li>इससे आप ट्रेडिंग के रणनीति सीख सकते है&nbsp;</li>
<li>इससे शेयर बाजार कोई जुआ नहीं आपको पता पता चलेगा&nbsp;</li>
<li>आपको ट्रेडिंग में जीतने के लिय धर्य होना सीखता है</li>
</ol>
</div>
<h2>पेपर ट्रेडिंग के नुकसान क्या है</h2>
<ol>
<li>इसमे आपको कितना कैपिटल से ट्रेड करना है, नहीं सीख पाएंगे ।</li>
<li>इसमे आपको पैसा खोना का दर्द क्या होता है नहीं पता चलता ।</li>
</ol>
<h2>पेपर ट्रेडिंग सर्विस देने वाले&nbsp;प्रोवाइडर</h2>
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<br />
खरीदी जा रही सिक्योरिटी या कमोडिटी कॉन्ट्रैक्ट डिलीवरी तिथि तक रखी जाती है और इसका उपयोग शॉर्ट पोजिशन की बाध्यताओं को कवर करने के लिए किया जाता है। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को बेचने के द्वारा निवेशक ने शॉर्ट पोजिशन लिया है और वह जानता है कि डिलीवरी तिथि पर कितना बनाया जाएगा और कैश एंड कैरी ट्रेड के लॉन्ग पोजिशन कंपोनेंट के कारण सिक्योरिटी की लागत कितनी है।<br />
<br />
<br />
उदाहरण के लिए स्पॉट क्रूड प्राइस व क्रूड फ्यूचर प्राइस की पहचान करता है, जिसकी एक दूसरे को लेकर मिसप्राइसिंग हुई है और जो एक आर्बिट्रेज अवसर प्रदान करता है।<br />
<br />
निवेशक को निश्चित रूप से पहले स्पॉट क्रूड की खरीद करनी चाहिए और क्रूड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को बेचना चाहिए और फिर स्पॉट क्रूड को बनाए रखना या ‘कैरी' करना चाहिए, तब तक जब तक कि क्रूड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट खत्म नहीं हो जाता, जिसपर निवेशक स्पॉट क्रूड डिलीवर करता है। <br />
<br />
डिलीवरी प्राइस चाहे जो भी हो, कोई लाभ तभी और केवल तभी आश्वस्त होता है जब स्पॉट क्रूड की खरीद कीमत और कैरी की लागत उस कीमत से कम होती है जिस पर क्रूड फ्यूचर्स आरंभ में बेचा गया था।<!--/data/user/0/com.samsung.android.app.notes/files/clipdata/clipdata_211214_121019_439.sdoc--></div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/3838196276015798704/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/cash-and-carry-order-kya-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/3838196276015798704'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/3838196276015798704'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/cash-and-carry-order-kya-hai.html' title='कैश एंड कैरी ऑर्डर क्या है?'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-166051468243338379</id><published>2021-12-13T22:32:00.001-08:00</published><updated>2021-12-13T22:32:13.485-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>शेयर मार्केट में बुलबाजार और बेयरबाजार क्या है?</title><content type='html'><h2 style="text-align: left;">बुलबाजार - BULL यानि सांड</h2><div>- BULL का मतलब यहाँ तेजी से है। यानि स्टॉक मार्किट की भाषा में तेजी खेलने वालों को BULL कहा जाता है।</div><div><br /></div><div>- यही वह समय होता है जब देश की अर्थव्यवस्था अच्छी तरह से चल रही होती है, जीडीपी बढ़ रहा होता है, और बेरोजगारी का स्तर कम होता है जिसके कारण शेयर की कीमतों और सूचकांक में बढ़ने का उम्मीद होती है और यह निवेशकों में विश्वास जगाता है कि शेयर की कीमतें बढेंगी ।</div><div><br /></div><div>&nbsp;यानि जब शेयरों में खरीदारी का माहोल होता है और इसके सूचकांक में बढ़ोतरी होती है तो इसे बुल मार्किट कहा जाता है । और शेयर मार्किट की भाषा में शेयर खरीदारों को बुल कहा जाता है।</div><div><br /></div><div><h2 style="text-align: left;">बेयरबाजार - BEAR यानि भालू&nbsp;</h2><div>- BEAR का मतलब मंदी से है। यानि बाजार की भाषा में यहाँ मंदी खेलने वालों को BEAR कहा जाता है।</div><div><br /></div><div>- एक BEAR MARKET की शुरुआत तब होती है जब खरीदारों के मुकाबले बिकवाल अधिक प्रभावी हो जाते हैं इसे BEARISH ट्रेंड भी कहा जाता है । जब बाजार में लम्बे समय तक बिकवाली के चलते शेयरों के मूल्य में गिरावट का दौर जारी रहता है तो इसे BEAR MARKET या मंदी का दौर कहा जाता है ।</div><div><br /></div><div>&nbsp;यह वह अवस्था होती है जब देश की अर्थव्यवस्था बहुत अच्छा नही कर रही हो, बेरोजगारी बहुत अधिक हो, सकल घरेलू उत्पाद का स्तर में गिरावट हो रही हो,सरकार की कीमतों पर नियंत्रण की नीति और सरकार की आर्थिक व औद्योगिक नीति में परिवर्तन के कारण आदि&nbsp;</div><div><br /></div><div>&nbsp;इस माहोल में निवेशक शेयर खरीदने की बजाय बिकवाली करते हैं।</div></div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/166051468243338379/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/bull-aur-bear-baazaar-kya-hai-hindi.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/166051468243338379'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/166051468243338379'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/bull-aur-bear-baazaar-kya-hai-hindi.html' title='शेयर मार्केट में बुलबाजार और बेयरबाजार क्या है?'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry><entry><id>tag:blogger.com,1999:blog-292928595014406407.post-6061937839186951721</id><published>2021-12-13T22:28:00.005-08:00</published><updated>2021-12-13T22:28:41.744-08:00</updated><category scheme="http://www.blogger.com/atom/ns#" term="Advance Share Market In Hindi"/><title type='text'>ब्लू चिप शेयर क्या होते है?</title><content type='html'><h2 style="text-align: left;">ब्लू चिप शेयर क्या है?</h2><div>- स्टॉक मार्किट से जुड़े हुए लोग ब्लू चिप शब्द से अच्छी तरह वाकिफ होंगे । एक ब्लू-चिप स्टॉक (Blue Chip Shares) एक लार्ज कैप, वित्तीय रूप से मजबूत और अच्छी तरह से स्थापित कंपनी का स्टॉक होता है । ब्लू-चिप स्टॉक का बड़ी बाजार पूंजीकरण(Large Market Capitalization) वाली कंपनी होती है, आम तौर पर मार्किट के लीडर ब्लू चिप शेयर में पैसा लगाना पसंद करते हैं।</div><div><br /></div><div>- “ब्लू चिप शेयर” यह शब्द बहुचर्चित कार्ड गेम, पोकर से आता है, जहां उच्चतम और सबसे मूल्यवान खेल के चिप का रंग नीला होता है। माना जाता है कि (Blue Chip Shares) पोकर खेल में सबसे मूल्यवान ब्लू कलर के चिप का नाम हुआ करता था। अमेरिका में उच्च गुणवता वाले शेयरों को भी ब्लू चिप शेयर के नाम से जाना जाने लगा था, तब से ही अच्छी साख, और उच्च गुणवता वाली कंपनियों के स्टॉक्स को (Blue Chip Share) के नाम से जाना जाने लगा।</div></content><link rel='replies' type='application/atom+xml' href='https://akhandtrading.blogspot.com/feeds/6061937839186951721/comments/default' title='टिप्पणियाँ भेजें'/><link rel='replies' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/blue-chip-shares-kya-hote-hai.html#comment-form' title='0 टिप्पणियाँ'/><link rel='edit' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6061937839186951721'/><link rel='self' type='application/atom+xml' href='https://www.blogger.com/feeds/292928595014406407/posts/default/6061937839186951721'/><link rel='alternate' type='text/html' href='https://akhandtrading.blogspot.com/2021/12/blue-chip-shares-kya-hote-hai.html' title='ब्लू चिप शेयर क्या होते है?'/><author><name>Unknown</name><email>noreply@blogger.com</email><gd:image rel='http://schemas.google.com/g/2005#thumbnail' width='16' height='16' src='https://img1.blogblog.com/img/b16-rounded.gif'/></author><thr:total>0</thr:total></entry></feed>
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